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Loksabha 2024 के लिए Akhilesh Yadav का ‘प्लान PDA’, 35 सीटों के लिए SP का ये स्पेशल प्लान तो जानिए

मेरठ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) इलेक्शन मोड में हैं। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कैंडिडेट खोजने की मुहिम तेज कर दी हैं। इसके लिए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (PDA) को ज्यादा भागीदारी देने की रणनीति पर एसपी काम कर रही है। गठबंधन होने की स्थिति में अव्वल दर्जे की मान रहे 35 लोकसभा सीटों पर एसपी का ज्यादा ध्यान है। पहली कोशिश गठबंधन संग चुनाव में ही जाने की है। लेकिन किसी कारण से गठबंधन का गांठ नहीं खुलने पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) जैसे अपने पुराने सियासी दोस्तों के साथ चुनाव मैदान में कूदकर प्लान विक्ट्री पर एसपी कदम बढ़ाने की समानांतर तैयारी कर रही हैं।

एसपी के थिंक टैंक से जुड़े एक सदस्य की माने तो अखिलेश यादव ने जब से पार्टी की कमान संभाली है, तब से एसपी किसी भी बड़े चुनाव में करिश्मा नहीं कर सकी। 2012 का विधानसभा चुनाव भी मुलायम सिंह यादव की अगुवाई में लड़ा गया था, चुनाव जीतने पर अखिलेश यादव को सीएम बना दिया था। उसके बाद अखिलेश यादव की अगुवाई में 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव, 2019 के लोकसभा चुनाव, उपचुनाव, निकाय चुनाव हुए लेकिन एसपी कमाल नहीं कर सकी। बीएसपी और आरएलडी से गठबंधन के बाद भी अखिलेश का नेतृत्व करिश्माई साबित नहीं हुआ। अब 2024 का चुनाव एसपी और अखिलेश के लिए खास हैं।

एसपी हालांकि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का प्रमुख हिस्सा माना जा रहा है। गठबंधन को फाइनल आकार देने की कोशिश के बीच एसपी ने खुद यूपी की सभी सीटों पर चुनावी तैयारी तेज कर दी है। एसपी 35 सीटों को सियासी तौर पर खुद के लिए उपजाऊ मान रही है। इन 35 सीटों पर अखिलेश यादव अपने नए सियासी समीकरण पीडीए के तहत कैंडिडेट तलाश कर रही हैं।

इसकी एक वजह है कि इन 35 सीटों पर या तो सपा कभी जीत चुकी है या फिर दूसरे नंबर पर रह चुकी हैं। इसलिए 35 सीटों पर 3-3 कैंडिडेट का पैनल बनाया जा रहा हैं। जिसमें एक पिछड़ा, एक दलित और एक अल्पसंख्यक शामिल किया जा रहा हैं। बाद में जातिगत रणनीति और विपक्षी दलों के कैंडिडेट चयन के हिसाब से एक नाम फाइनल कर दिया जाएगा। 2024 के लिए अखिलेश यादव `पीडीए साधो अभियान` और `एनडीए को हराएगा पीडीए` के नारे के बीच हर बूथ पर 10 सदस्यों की कमेटी बनेगी।