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Ghaziabad बस अड्डा न्यू हिंडन विहार के पास शिफ्ट होगा, मजदूरों की मौत में प्रोजेक्ट डॉयरेक्ट पर एफआईआर

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गाजियाबाद : सिटी के बीच जीडीए ऑफिस के पास चल रहे रोडवेज के बस अड्डे को न्यू हिंडन विहार में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने रोडवेज को इजाजत दे दी है। डीएम आरके सिंह की ओर से एक पत्र नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ को लिखा गया है। पत्र में डीएम ने नगर आयुक्त से कहा है कि वह रोडवेज को बस अड्डा संचालित करने के लिए अस्थायी तौर पर करीब दस हजार वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध कराएं।

रोडवेज और नगर निगम प्रशासन के बीच बनी अधिकारियों की एक कमिटी की ओर से न्यू हिंडन विहार में इंदिरा प्रियदर्शनी पार्क के ठीक सामने खाली पड़ी करीब दस हजार वर्ग मीटर जमीन की पहचान की गई है। रोडवेज की गाजियाबाद डिपो के एआरएम एनके वर्मा का कहना है कि न्यू हिंडन विहार में नगर निगम की खाली कई हजार वर्ग मीटर जमीन की प्राइम लोकेशन है। वहां अगर जमीन नगर निगम देता है तो इससे आम मुसाफिरों को भी परेशानी नहीं होगी।3 मज़दूरों की मौत में सेफ्टी इंचार्ज और प्रोजेक्ट डायरेक्टर पर FIRगाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार में टीएंडटी के निर्माणाधीन प्रॉजेक्ट में करंट लगने से तीन मजदूरों की मौत मामले में इलेक्ट्रिक सेफ्टी की रिपोर्ट में कई कमियां पाई गई हैं। उसी रिपोर्ट के आधार पर विजयनगर थाने में प्रोजेक्ट के सेफ्टी इंचार्ज और प्रोजेक्ट डायरेक्टर पर केस दर्ज किया गया है। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर एसआई नागेंद्र की तरफ से दी गई शिकायत पर धारा 304-ए में केस दर्ज किया गया है। बता दें, 25 अगस्त को प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे तीन मजदूर गोकुल, इजराइल और शुभांकर की 26वें फ्लोर पर ट्रॉली खींचने के दौरान करंट लगने से मौत हो गई थी।आरोपियों ने बेच दिया बैंक में रखा प्लॉट, रिपोर्ट दर्जमोदीनगर : फर्जी कागजों के आधार पर एक महिला समेत तीन आरोपियों ने एक व्यक्ति को बैंक में बंधक प्लॉट को बेच डाला और उससे 18.30 लाख रुपये हड़प लिए। बैंक से रिकवरी का नोटिस मिलने पर पीड़ित के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने आरोपियों से रुपये वापस मांगे तो गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी गई। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।

मुरादनगर थाना क्षेत्र के विजय मंडी निवासी अजय गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2016 में गांव अबूपुर में 317.70 वर्गगज का एक प्लॉट खरीदा था। 18.30 लाख देकर बैनामा कराया गया। प्लॉट संबंधित पुराने दस्तावेज आरोपियों ने गुम हो जाने का बहाना बनाया था। अजय ने प्लॉट पर कब्जा ले लिया। कुछ दिन पहले अजय को पंजाब नेशनल बैंक से नोटिस मिला। पता चला कि प्लॉट बैंक में लोन चुकता नहीं करने के चलते बंधक बना है। अजय के मुताबिक, आरोपियों ने 2012 में इस जमीन पर 15 लाख का लोन लिया था, जो चुकाया नहीं गया। इस लोन के बारे में आरोपियों ने अजय को भी नहीं बताया। नोटिस आने पर अजय आरोपियों के पास पहुंचा, लेकिन उसने उनकी एक नहीं सुनी। गाली-गलौज की और जांच से मारने की धमकी दी।