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Indian Team के पूर्व कप्तान और मौजूदा BCCI अध्यक्ष Sourav Ganguly ने 1 बड़ा दावा किया है

Sourav Ganguly ने कहा है कि अगर वे तीन महीने तक ट्रेनिंग करने के साथ ही कुछ रणजी ट्रॉफी मैच खेलते हैं तो वह फिर से टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए रन बना सकते हैं। 12 साल पहले 2008 में अपना अंतिम इंटरनेशनल मैच खेलने वाले Sourav Ganguly ने कहा कि अगर उन्हें ट्रेनिंग के लिए समय दिया जाए तो वे टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के लिए पूरी तरह से फिट हैं।

48 साल के सौरव गांगुली ने अखबार संगबाद प्रतिदिन को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। सौरव गांगुली ने कहा, ‘अगर मुझे एकदिवसीय मैचों में दो और सीरीज दी गई होतीं, तो मैं अधिक रन बना सकता था। अगर मैं नागपुर टेस्ट मैच में रिटायर नहीं होता, तो मैं अगली दो टेस्ट सीरीजों में भी रन बना पाता। वास्तव में अब भी मुझे ट्रेनिंग के लिए छह महीने का समय दिया जाए, मुझे तीन रणजी ट्रॉफी मैच खेलने दिए जाएं, तो मैं टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए रन बनाऊंगा। मुझे छह महीने की भी जरूरत नहीं है, मुझे तीन महीने दे दो, मैं टेस्ट क्रिकेट में अवश्य रन बनाऊंगा।’

दादा के नाम से लोकप्रिय सौरव गांगुली ने कहा कि आप मुझे खेलने का अवसर नहीं दे सकते हैं, लेकिन आप मेरे अंदर के विश्वास को कैसे तोड़ेंगे? उन्होंने कहा कहा कि उन्हें 2007-08 सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में से एक होने के बावजूद वनडे टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्हें बाहर क्यों किया गया था, इसका उन्हें आज तक पता नहीं है।

हालांकि, पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने साल 2011 में घरेलू क्रिकेट में और 2012 तक आईपीएल में खेलना जारी रखा था। गांगुली के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 7212 रन बनाए हैं, जिसमें 16 शतक शामिल हैं। उन्होंने 311 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 41 से ज्यादा के औसत और 22 शतकों की मदद से 11363 रन बनाए हैं। भारतीय कप्तान गांगुली को 2005 में ग्रेग चैपल की कोचिंग के दौरान कप्तानी से हटाए जाने के बाद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्होंने 2006 में दक्षिण अफ्रीका सीरीज में जोरदार वापसी की और फिर खूब रन बनाए। सचिन तेंडुलकर समेत कई खिलाड़ी कहते हैं कि उन्होंने कभी भी गांगुली की बल्लेबाजी के उस रूप को नहीं देखा था।