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झारखंड में बिजली की कमी जारी, लोड शेडिंग से लोग पर

शुक्रवार से टीवीएनएल से शुरू हो जाएगा उत्पादन, संकट खत्म होने के आसार

Ranchi : बिजली की कमी का असर गुरुवार को भी रांची समेत पूरे राज्य में पड़ा.  500 मेगावाट कम बिजली मिली. जिसके कारण राजधानी समेत राज्य के सभी हिस्सों में लोड शेडिंग हो रही है. हालांकि शुक्रवार से स्थिति सुधरने की संभावना है.  तेनुघाट की एक यूनिट चालू हो जायेगी. फिर तीन सितंबर को दूसरी यूनिट चालू हो जायेगी. एक यूनिट के चालू होने से 150 मेगावाट के करीब अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी. दूसरी यूनिट के चालू होने पर 300 मेगावाट से अधिक बिजली राज्य को मिलने लगेगी. तब कुछ हद तक स्थिति सुधर सकेगी.

ग्रामीण इलाकों में छह से सात घंटे ही बिजली मिल रही

राज्य में डीवीसी कमांड एरिया को छोड़कर 1300 मेगावाट बिजली उपलब्ध थी. जबकि मांग 1800 मेगावाट की थी. जिसके कारण 500 मेगावाट की लोड शेडिंग की गयी. जिसका सबसे अधिक असर ग्रामीण इलाकों में पड़ा है. वहां छह से सात घंटे ही बिजली मिल रही है. जबकि शहरो में 15 से 16 घंटे ही बिजली मिल रही है.

सिकिदिरी हाइडल को चालू किया गया

सिकिदिरी हाइडल से बिजली उत्पादन शुरू करके हालात सामान्य करने का प्रयास किया गया. गुरुवार को भी आपात स्थिति में सिकिदिरी हाइडल को चालू किया गया. इससे 130 मेगावाट बिजली मिल रही थी. इनलैंड से 43 मेगावाट बिजली मिल रही थी. शेष बिजली सेंट्रल पूल से मिली. बिजली के लिए जेबीवीएनएल के अधिकारी लगातार पावर एक्सचेंज के अधिकारियों के संपर्क में हैं. पर वहां भी फिलहाल असमर्थता जतायी जा रही है.

केंद्र ने अधिकारियों के साथ बैठक की

जानकारी के अनुसार पावर एक्सचेंज में बिजली की उपलब्धता न के बराबर है. केंद्र सरकार की इस्टर्न रीजन पावर कमेटी ने बिजली की उपलब्धता को लेकर सभी राज्यों की बिजली कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक भी की गयी. झारखंड की ओर से कहा गया कि हम बिजली खरीदने के लिए तैयार हैं. पर बिजली की उपलब्धता नहीं है. 800 मेगावाट की मांग की जा रही है, तो 50 मेगावाट मिल रहा है. इस्टर्न रीजन पावर कमेटी द्वारा कहा गया कि कई प्लांटों से उत्पादन कम हुआ है. जिसके कारण पावर एक्सचेंज में बिजली की उपलब्धता नहीं है. इस्टर्न रीजन व सीइए के अधिकारियों ने पावर प्लांट के अधिकारियों से कहा कि जो भी रिपेयरिंग का काम बचा हुआ है, उसे अवलिंब पूरा कर प्लांट को चालू करें. ताकि एक्सचेंज में बिजली उपलब्ध हो सके.

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