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रायपुर में Corona 246, प्रदेश में 446 मरीज, सिविल सर्जन और मंत्रालय का क्लर्क भी Positive

रायपुर में शुक्रवार को जिला अस्पताल के सिविल सर्जन, उनकी पत्नी व मंत्रालय के एक क्लर्क समेत कोरोना के 246 नए मरीज मिले हैं। सिविल सर्जन व उनकी पत्नी किसी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए, बल्कि घर में ही आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। इधर, प्रदेश में 446 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें राजनांदगांव से 28, दुर्ग से 20, बस्तर से 18, कांकेर से 15, कोंडागांव व कोरबा से 14-14, बलरामपुर से 11, रायगढ़ से 10, बीजापुर व सरगुजा से 9-9, सूरजपुर से 8, बेमेतरा से 7, जाजंगीर-चांपा से 6, जशपुर से 3, बालोद, बलौदाबाजार, बिलासपुर, दंतेवाड़ा से 2-2, महासमुंद व गरियाबंद से 1-1 मरीज शामिल हैं। देर रात विभिन्न जिलों में 20 मरीज मिले थे।
सब मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 6821 हो गई है। फिलहाल 2216 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि 4567 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। शुक्रवार को सड्‌डू निवासी एक निजी स्कूल के 33 वर्षीय स्पोर्ट्स टीचर की कोरोना से मौत हुई है। वह एम्स में भर्ती था। वह किडनी के अलावा पेन्क्रिएटाइटिस रोग से पीड़ित था। बलौदाबाजार की 30 वर्षीय युवती ने अंबेडकर अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसे मिलाकर प्रदेश में कोरोना से यह 37वीं मौत है। महिला को सांस लेने में दिक्कत के कारण 14 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किया था। जांच में उसे सीवियर निमोनिया से पीड़ित पाया गया था। यह कोरोना का ही लक्षण है। शुक्रवार को हालांकि 2 ही मौत हुई, लेकिन पिछले 24 घंटे के आंकड़े देखे जाएं तो 7 लोगों की जान जा चुकी है।
इनमें गुरुवार शाम को रायपुर के 4 तथा भिलाई का बीएसएफ जवान भी शामिल है। रायपुर के नए मरीजों में ज्यादातर वे हैं, जो मरीजों के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए हैं। अब रायपुर में कुल 1854 मरीज हो गए हैं। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन व उनकी पत्नी की रिपोर्ट दोपहर में पॉजिटिव आई थी। उन्होंने भास्कर को बताया कि उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं और घर में आइसोलेशन के पूरे इंतजाम हैं, इसलिए अस्पताल की जगह घर में ही आइसोलेट हो गए हैं। हालांकि कोरोना सेल के मीडिया प्रभारी डॉ. सुभाष पांडेय का कहना है कि काेरोना के मरीजों को घर में इलाज का अभी कोई प्रोटोकॉल नहीं है, लेकिन दुर्ग में भी पायलेट प्रोजेक्ट के तहत बिना लक्षण वाले मरीजों को घर में आइसोलेटेड कर इलाज किया जा रहा है। बेड कम पड़ने के कारण कुछ जिलों में निजी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज की अनुमति दी गई है।
रायपुर समेत 6 जिलों में अब निजी अस्पतालों में भी इलाज
रायपुर समेत बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, सरगुजा, रायगढ़ जिले में बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में भी किया जाएगा। वहां इलाज का खर्च मरीजों को वहन करना होगा। इसके लिए हेल्थ संचालनालय ने सभी कलेक्टरों व सीएमएचओ को पत्र जारी कर दिया गया है। सभी को कहा गया है कि जिस अस्पताल में मरीज भर्ती हों, वहां आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन होना चाहिए। सीनियर गेस्ट्रो सर्जन डॉ. देवेंद्र नायक व हिमेटोलॉजिस्ट डॉ. विकास गोयल के अनुसार जहां कोरोना के मरीजों का इलाज हो, वहां मरीजों के अस्पताल में प्रवेश का रास्ता अलग होना चाहिए। डॉक्टर व स्टाफ को पीपीई किट पहनने के लिए अलग कमरे रखे जाएं तथा शौचालय की व्यवस्था हो। रायपुर में दो बड़े निजी अस्पतालों ने कोरोना के मरीजों का इलाज करने की सहमति भी जता दी है।