राजस्थान में सियासी खींचतान जारी है। इसी बीच स्पीकर सीपी जोशी ने राजस्थान उच्च न्यायालय के जिस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया था, उस याचिका को सोमवार को वापस ले लिया है। अदालत ने याचिका वापस लेने की अपील को स्वीकार कर लिया है। वहीं राज्यपाल ने सरकार से विधानसभा का सत्र बुलाने को लेकर दिए गहलोत सरकार के प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण मांगा है। दूसरी ओर राजस्थान उच्च न्यायालय में भाजपा के विधायक की याचिका पर सुनवाई होनी है।
राज्यापल ने सरकार से मांगा स्पष्टीकरण
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव पर राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा, क्या आप विश्वास मत पेश करना चाहते हैं? यह आपके प्रस्ताव में उल्लिखित नहीं है, लेकिन आप इसके बारे में मीडिया में बोल रहे हैं। यह जानकारी सूत्रों ने दी है। सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल ने यह भी कहा, ‘कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विधानसभा सत्र के लिए सभी विधायकों को बुलाना मुश्किल होगा। क्या आप विधानसभा सत्र बुलाने के लिए 21 दिन का नोटिस देने पर विचार कर सकते हैं?’
भाजपा की याचिका में पार्टी बनना चाहती है बसपा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राजस्थान उच्च न्यायालय में कांग्रेस पार्टी के साथ छह बसपा विधायकों के विलय के खिलाफ भाजपा की याचिका में पार्टी बनने की मांग की।
स्पीकर ने वापस ली याचिका
राजस्थान स्पीकर के वकील कपिल सिब्बल ने उच्चतम न्यायालय से याचिका वापस लेने का अनुरोध किया। सिब्बल ने कहा कि मसले पर सुनवाई की जरूरत नहीं है। विचार करके हम दोबारा अदालत आएंगे। इसके बाद अदालत ने उन्हें याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी है।
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