Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Mathura: जिसे समझा साधु वह निकली पुलिस, 25 हजार के इनामी को पकड़ने के लिए रची ऐसी कहानी; किसी को न हुआ यकीन

Default Featured Image

कोसीकलां थाना
– फोटो : ट्विटर

विस्तार

तीर्थनगरी मथुरा के कोसीकलां स्थित गोपाल बाग नहर की पटरी पर शुक्रवार रात पुलिस व स्वाट टीम ने मुठभेड़ के बाद सात साल से फरार 25 हजार के इनामी एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। पैर में गोली लगने पर उपचार के बाद शनिवार को उसे जेल भेज दिया। इसकी गिरफ्तारी के लिए स्वाट टीम छह माह से लगी हुई थी। पुलिस को उसके हरिद्वार में साधु बनकर फरारी काटने की जानकारी मिली तो स्वाट टीम ने खुद साधु वेश में धारण कर उसकी रेकी की।

यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं

एसपी देहात त्रिगुण बिसेन ने बताया कि गोपाल पुत्र सुरेश शर्मा निवासी तांगडा मोहल्ला, कोसीकलां ने 16 दिसंबर 2016 को मोहल्ले में ही रहने वाले प्रतिष्ठित व्यापारी कृष्णपाल सिंह ठाकुर उर्फ कल्लू की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसमें गोपाल का पिता सुरेश, भाई गोविंद, मां भी शामिल थी। गोपाल की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया। गिरफ्तारी के लिए छह माह पहले जिम्मेदारी स्वाट प्रभारी अभय शर्मा को दी।

आरोपी के मां से तीर्थस्थलों पर जाने का लगा सुराग

अभय शर्मा ने गोपाल के विषय में जानकारी जुटाई तो कोई भी ताजा फोटो, पता और मोबाइल नंबर नहीं मिला। उसक मां से पूछताछ की तो पता लगा कि वह मोबाइल नहीं रखता है। मां ने सिर्फ हरिद्वार, केदारनाथ, बद्रीनाथ में से किसी एक स्थान पर बाबा वेश में रहने की जानकारी दी। इस पर उसका स्केच जारी कराया गया। 

यह भी पढ़ेंः- Mainpuri: पर्यटन मंत्री की जन सुनवाई में गूंजे जमीनों पर कब्जे के मामले, एसडीएम को कब्जा हटाने के दिए आदेश

इसके बाद स्वाट टीम हरिद्वार गई और प्रभारी अभय शर्मा ने खुद साधु का वेश धारण किया। बाबाओं की मंडली के बीच जाकर रेकी की। इस दौरान पता चला कि गोपाल ने अपना नाम गोपाल शर्मा से बदलकर गोपाल गिरी रख लिया है। टीम ने एक-एक जानकारी हासिल करते हुए गोपाल गिरी के फोटो लिए। हरिद्वार में उसकी गिरफ्तारी करने पर बवाल की आशंका को देखते हुए उसके वहां से बाहर निकलने का इंतजार किया।

हरिद्वार से पीछा किया, कोसीकलां में घेरा

शुक्रवार रात को गोपाल शर्मा हरिद्वार से मथुरा आया। यहां तक स्वाट टीम उसके पीछे आई। कोसीकलां क्षेत्र में घुसते ही स्वाट टीम ने कोसीकलां पुलिस को जानकारी दे दी। पुलिस और एसओजी की टीम ने गोपाल की गोपाल बाग नहर की पटरी पर घेराबंदी की। आरोपी से एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। 

यह भी पढ़ेंः- कुम्हेर कांड: 1992 में फिल्म देखने को लेकर 16 दलितों की हत्या और 45 घायल; क्रूरता इतनी कि पांच पहचाने नहीं गए

इसके खिलाफ 11 मुकदमे पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में इंस्पेक्टर अनुज कुमार, स्वाट प्रभारी अभय शर्मा, एसआई जतिन पाल सिंह, अरुण कुमार, तेजेन्द्र सिंह, निशांत पायल, एचसीपी मधुवेंद्र सिंह, संजीव कुमार, कांस्टेबल अजय कुमार, अभिषेक सिवाच, स्वाट टीम से हरिजेंद्र सिंह, अखिल प्रताप सिंह, रमन चौधरी आदि शामिल रहे।