Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

जमशेदपुर के दो नागरिक गैरकानूनी तरीके से शरण लेन

Ranchi :  जमशेदपुर के रहने वाले दो नागरिक गैरकानूनी तरीके से पाकिस्तान में शरण लेने पहुंचे हैं. मोहम्मद हसनैन इसी सप्ताह अपने बेटे इसहाक अमीर के साथ गैरकानूनी तरीके से अफगानिस्तान के रास्ते कराची गये हैं.  मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, बाप-बेटे पाकिस्तान में शरण लेना चाहते हैं. दोनों भारत में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ 25 सितंबर को कराची प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया. पुलिस ने उनके हवाले से बयान दिया कि वो जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन वापस भारत नहीं जाना चाहते. उनका कहना है कि अगर उन्हें निर्वासित किया गया तो भारतीय भूमि पर कदम रखते ही दोनों मारे जायेंगे.

कराची ले जाने के लिए एक व्यक्ति को 60,000 दिये

मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, कराची पुलिस ने बाप-बेटे से पाकिस्तान आने के लिए बनाये गये प्लान के बारे में पूछा. इस पर मोहम्मद हसनैन ने बताया कि वो और उनका बेटा 5 सितंबर को नई दिल्ली से संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हुए थे. जहां से वे वीजा के लिए अफगानिस्तान दूतावास पहुंचे. इसके बाद वो काबुल गये और कंधार के लिए उड़ान भरी. कंधार पहुंचने के बाद वहां से पाकिस्तान में एंट्री ली. इसके बाद उन्होंने एक रात पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के पास गुजारी. इसके अगले दिन पाकिस्तान की ओर अपनी यात्रा जारी रखी. पाकिस्तान में प्रवेश करने के बाद उन्होंने कराची ले जाने के लिए एक व्यक्ति को 60 हजार रुपये दिये.

खुद को सोशल और पॉलिटिकल वर्कर कहते हैं मोहम्मद हसनैन

बता दें कि मोहम्मद हसनैन खुद को एक सोशल और पॉलिटिकल वर्कर कहते हैं. उन्होंने संसद, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव भी लड़ा है. हालांकि उन्हें किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली. जानकारी के अनुसार, उस दौरान उन पर कथित तौर पर भड़काऊ पोस्टर चिपकाने के आरोप में मामले भी दर्ज हुए .मोहम्मद हसनैन और इसहाक अमीर के अनुसार वह पिछले पंद्रह-बीस साल से दिल्ली के जाफराबाद में किराये के मकान में रहते थे और उनका आखिरी डेरा गौतमपुरी में था.

1957 में हुआ हसनैन का जन्म जमशेदपुर में हुआ था 

मोहम्मद हसनैन का जन्म झारखंड के जमशेदपुर में साल 1957 में हुआ था. हालांकि वो पिछले कई साल से दिल्ली में रह रहे थे. साल 1989 में उनकी शादी हुई थी. जो करीब चार साल चली. उस शादी से उनके दो बेटे हुए. इसमें से एक की मौत हो गयी. जबकि दूसरा बेटा इसहाक अमीर उनकी इकलौती संतान है. मोहम्मद हसनैन की दो बहनें जैबुन्निसा और कौसर हैं. बड़ी बहन जैबुन्निसा उनसे 21 साल बड़ी है और झारखंड में ही रहती है. जबकि छोटी बहन कौसर लखनऊ में रहती है.