-समाज कल्याण, महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने तैयारी शुरू की
– सीएम ने खुद लिया संज्ञान, विभागीय मंत्री व अफसरों को दिया निर्देश
Kaushal Anand
Ranchi : राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में दिवाली के बाद यानी दिसंबर माह से बच्चों को अंडा वितरण की संभावना बढ़ गई है. घोषणा के बावजूद अब तक वितरण नहीं होने से सरकार की किरकिरी हो रही है. इसको देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विभागीय मंत्री एवं अफसरों को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं. सीएम के निर्देश के बाद इसमें आ रही पेंच को सुलझा लेने का दावा किया गया है. विभाग अब दिसंबर से अंडा वितरण की तैयारी में जुट गया है. बतातें चलें कि झारखंड में अप्रैल 2019 के बाद से ही आंगबाड़ी केंद्रो में अंडा वितरण बंद है. इसको लेकर स्वयं मुख्यमंत्री भी सार्वजनिक मंच से अंडा सप्ताह में पांच दिन देने की घोषणा की थी. इसमें हो रही देरी से सीएम खफा बताए जा रहे हैं. पिछले दिनों विभिन्न सामाजिक संगठनों ने चंदा करके आंगनबाड़ी केंद्रो में बच्चों को अंडा बांटा था. इसके बाद से विभाग हरकत में आ गया है. अब संभावना है कि दिसंबर से अंडा वितरण शुरू हो सकता है.
ये है बड़ा पेंच, पेंच सुलझने के आसार
दरअसल सीएम ने घोषण की थी कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए फूलो-झानो योजना के तहत एवं पशुपालन विभाग द्वारा विभिन्न स्कीमों के तहत ग्रामीणों द्वारा उत्पादित अंडे को लेकर इसका वितरण किया जाएगा. मगर इसमें पेंच यह थी कि जितने अंडे की जरूरत है. उतना मिलेगा नहीं. अब इस पेंच को दूर करते हुए रास्ता निकाला गया है कि जितने अंडे ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं, उन्हें पहले लिया जाए. इसके बाद अगर मांग पूरी नहीं होती, तो बाहर से व्यवस्था की जाए. अब यह आकलन किया जाएगा कि कितने अंडे झारखंड से उत्पादित मिल सकते हैं. इन अंडों को सरकार पहले लेगी, इसके बाद अन्य स्रोत से अंडे लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित किया जाएगा. बतातें चलें कि झारखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 38 हजार से ऊपर है. जबकि इनमें पढ़न वाले बच्चों की संख्या करीब 15 लाख है. यानी की हर दिन कम से कम 15 लाख अंडे की जरूरत पड़ेगी.
राज्य में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या : 38,400
बच्चों की संख्या : 15,36,000
कितने साल के बच्चे पढ़ते हैं : 3 से 6 साल.
एक दिन में वितरित होनेवाले अंडे की संख्या : 15,36,000
क्या कहते हैं मंत्री
अंडा वितरण में कुछ पेंच एवं तकनीकी समस्या आ गयी थी. जिसे दूर किया जा रहा है. संभावना है कि नवंबर या दिसंबर से आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा वितरण शुरू हो जाएगा. सरकार ने जो घोषणा की है, उसे हर हाल में धरातल पर उतारा जाएगा. सरकार अपनी घोषणा को भूली नहीं है. –जोबा मांझी, समाज कल्याण, महिला एवं बाल कल्याण विभाग
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