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वास्तुशिल्प की इमारत! : शहर के बीचों-बीच घटिया निर्माण से बनाया जा रहा है बिजनेस कॉम्प्लेक्स, दीवारों में टाइल्स से हो रहा है छेद, क्या जिम्मेदार कर रहे हैं हादसे का इंतजार?

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गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरगही। नगर के रिचार्ज कॉम्प्लेक्स में संजय चौक के पास गौरेला नगर पैलेस द्वारा बिजनेस कॉम्प्लेक्स (शॉपी कॉम्प्लेक्स) का निर्माण किया जा रहा है। पुरानी फैक्ट्री के ऊपर ही लगभग एक किलो से अधिक नई फैक्ट्री का काम चल रहा है। लेकिन इन नई बनी मूर्तियों को नगर पालिका के स्टूडियो में बहुत ही निम्न स्तर और घटिया तरीके से बनाया गया है।

घटिया निर्माण का आलम यह है कि नई बनी इन सरायों की दीवारों पर टाइल्स को रौंदने से ही बड़ी आसानी से प्लास बिछाए जा रहे हैं। इंसानों का ऐसा लग रहा है जैसे बचपन की दीवारों को खा लिया और रेस्तरां से दोस्ती रख दिया हो। नवनिर्मित नामांकितों के निर्माण को देखने से लग रहा है कि वैलिडिटी का उपयोग न के बराबर किया गया है। दुकान के कई आदर्शों के साथ जुड़े हुए हैं ईट के शेयर बाजार.

गौरेला के राधाकृष्ण मंदिर के सामने पुराने तालाब के ऊपर बने बिजनेस कॉम्प्लेक्स का सस्ता निर्माण यहीं नहीं रुका। मूर्ति के दीवारों की बीम भी आदि तिरछी है। स्टीमेट के अकाउंट से ली गई रकम में लेंटर भी बहुत कमजोर दिखाई दे रहा है। साथ ही इसका रोमांस भी कम है। प्रश्न यहां यह है कि शहर के बीचों-बीच बन रहे बिजनेस कॉम्प्लेक्स के सस्ते निर्माण को लेकर नगर निगम के अधिकारी और इंजीनियर पर अभी तक नजर क्यों पड़ी?

कॉम्प्लेक्स कंस्ट्रक्शन की पाइपलाइन चढ़ती हुई दिखाई दे रही है। भविष्य में इस निर्माण कार्य से गंभीर दुर्घटना होने का अंदेशा भी जताया जा रहा है। वहीं अब देखने वाली बात यह है कि इस मामले में नगर पालिका गौरेला के जिम्मेदार अधिकारी मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।

बता दें कि इस नवनिर्मित फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में आधी अधूरी बनी गोदामों की पूर्व में ही बकायदा नीलामी भी हो चुकी है। ऐसे में बॉलीडोन द्वारा आयोजित फिल्म में शानदार राशि वाले इन सितारों को लिया गया है और इस तरह से निर्माण से लेकर ये आपको ठगा हुआ महसूस हो रहा है।