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मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता दिवस तो मनाया जाएगा,लेकिन न तो बच्चों की रैलियां निकाली जाएंगी और न कोई झांकी निकलेगी

देश की स्वतंत्रता का यह दिन इस बार बिना भीड़भाड़ के सीमित रूप से ही मनाया जाएगा। यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री और अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग मीटिंग में लिया। उन्होंने कहा कि देश के सम्मान का यह कार्यक्रम लोगों की सेहत और कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए बहुत ही सीमित रूप से मनाया जाएगा। 15 अगस्त के सबसे बड़े कार्यक्रम प्रशासन के बाद स्कूल और कॉलेज में आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान सभी जगह बच्चों की प्रभात रैलियों से लेकर सार्वजनिक रूप से बड़े-बडे कार्यक्रम मनाए जाते हैं। 31 अगस्त तक स्कूलों के बंद रहने के कारण इस बार स्कूल और कॉलेजों में कोई कार्यक्रम नहीं हो पाएंगे। ऐसे में एनसीसी और स्काउट गाइड के छात्र-छात्राएं भी परेड में शामिल नहीं हो पाएंगे। भोपाल के लाल परेड मैदान पर कार्यक्रम में इस बार किसी भी विभाग द्वारा झांकियां भी नहीं लगाई जाएंगी। अधिकांश विभागों में 30% से लेकर 50% तक ही कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। अब तक लाल परेड मैदान पर किसी तरह की तैयारियां भी शुरू नहीं की गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आगामी गणेश उत्सव, मोहर्रम, जन्माष्टमी आदि त्यौहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाए जा सकेंगे। गणेश प्रतिमाएं सार्वजनिक रूप से स्थापित नहीं की जा सकेंगी। जन्माष्टमी और मोहर्रम पर जुलूस और ताजिए नहीं निकाले जा सकेंगे। शिवराज ने लोगों से घर पर ही इन त्यौहारों को मनाए जाने का अनुरोध किया है। इसके अलावा पूजा स्थलों पर एक बार में सिर्फ 5 लोग ही इकट्ठे हो सकते हैं।