Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Editorial :- दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक, सामने आया दंगों का SDPI – CONG कनेक्शन

Default Featured Image

14 aug 2020 lokshakti

आप पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का पुलिस के सामने कबूलनामा, मैं ही हूं दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड।

बेंगलुरु हिंसा के लिए कांग्रेस का लिंक, पार्टी के कॉर्पोरेटर इरशाद बेगम के पति का नाम एफआईआर में

बेंगलुरु हिंसा के लिए कांग्रेस की कड़ी अब उभर रही है और पार्षद इरशाद बेगम के पति कलीम पाशा का नाम बेंगलुरु पुलिस ने एफआईआर में दर्ज किया है। कलीम पाशा कांग्रेस पार्षद इरशाद बेगम के पति हैं, पाशा पूर्व कांग्रेस मंत्री केजे जॉर्ज के करीबी सहयोगी हैं और  के जे जार्ज करीबी हैं सोनिया गांधी के। कर्नाटक के भी कांगे्रस के कर्नाटक के नेता शिव कुमार और जार्ज पर भी ईडी का शिकंजा कसा जा चुका है। वे भी ईडी की कस्टडी में रह चुके हैं। 

राजनीति के अपराधीकरण पर सुप्रीम कोर्ट ने  24 जनवरी 2020 को सख्त टिप्पणी की है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देश में राजनीति के अपराधीकरण को रोकने के लिए कुछ तो करना ही होगा.

यहॉ यह उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के अधिकांश नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम, शशि थरूर सहित जमानत पर हैं। 

 बेंगलुरु में हुई हिंसा से जुड़ा कट्टरपंथी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (स्ष्ठक्कढ्ढ) का नाम । पॉपुलर फ्रं ट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का राजनीतिक संगठन है स्ष्ठक्कढ्ढ । सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में हुए दंगों के पीछे भी सामने आया था क्कस्नढ्ढ कनेक्शन।  क्कस्नढ्ढ की राजनीतिक पार्टी स्ष्ठक्कढ्ढ है। 

२५ दिसंबर २०१९ को मेरठ में सीएए के विरोध में हिंसक दंगे हुए थे, उस समय मेरठ में पुलिस वालों पर दंगाइयो ने गोली चलाई और पथराव किया. 62 पुलिसकर्मियों को इस दौरान गोली लगी और 250 पुलिसकर्मी घायल हुए उन पर पत्थर फेंके गए, आगजनी की गई. एक साजिश के तहत उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई लेकिन राहुल, प्रियंका और अखिलेश यादव ने पुलिसकर्मियों के प्रति संवेदना का एक शब्द भी नही कहा. सुरक्षा के लिए खाकी चाहिए और फिर बलवाइयों को उकसाते हैंÓ. भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि आप ‘मेरठ मरहम लगाने नहीं वहां आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

वैसे तो विपक्ष मॉब लिंचिंग पर विलाप करता है लेकिन जब पुलिस लिंचिंग हो रही है उस पर पथराव किया जा रहा है, घेर कर उन्हें मारने की कोशिश की जा रही है. उस पर विपक्ष एक शब्द भी नहीं बोल रहा उन्होंने कहा पुलिस के प्रति विपक्ष की सारी संवेदना मर चुकी है. ‘क्या पुलिस वालों के परिवार में लोग नहीं हैं? उनकी मां, पत्नी, बच्चे नहीं हैं ? क्या पुलिस वालों के मानवाधिकार नहीं हैं ? 

इसी प्रकार से बेंगलुरू में कांग्रेस के ही एक विधायक के घर सहित पूरे बेंगलुरू को जलाने का षडयंत्र हुआ। पुलिस वालों को घेर कर उन्हें जलाने का भी षडयंत्र हुआ। जिस प्रकार से मेरठ में वे सफल नहीं ुहुए उसी प्रकार से बैंगलोर में भी सफल नहीं हुए। जिस प्रकार से मेरठ में राहुल गांधी, सोनिया गांधी से लेकर प्रियंका वाड्रा तक चुप्पी साधे रहे उसी प्रकार से बैंगलोर  के हिंसक घटनाओं पर भी चुप्पी साधे हुए हैं। 

वोटबैंक पॉलिटिक्स के लिये क्या देश विरोधी, अलगाववादी हिंसक गतिविधियां करने वाली संस्थाओं से कांग्रेस, जेडीएस या अन्य किसी भी पार्टी को समझौता करना चाहिये? 

 सभी तरफ से यह मांग उठ रही है मीडिया में भी, टीवी चैनलों में भी बहस के दौरान यह मांग हुई है कि  स्ष्ठक्कढ्ढ – क्कस्नढ्ढ पर प्रतिबंध लगा देना चाहिये। 

ट्वीटर का दोगलापन फिर जाहिर हुआ

कुरानकीआयतेंलिखनेपरजेएनयूकेप्रोफेसरकाअकाउंटहुआब्लॉक: 

बेंगलुरु में इस्लामिक हिंसा भड़कने के बाद जेएनयू प्रोफेसर आनंद रंगनाथन ने एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने समुदाय विशेष से अपील की कि जो भी लोग कुरान की एक ऐसी आयत का विरोध करते हैं, जिसमें अल्लाह या अल्लाह के बंदों को दुत्कारने पर सजा मिलने की बात है, उन्हें अब मुखर होकर बोलना चाहिए।

आनंद रंगनाथन का यह ट्वीट उन लोगों पर एक निशाने की तरह था, जो आम दिनों में मजहब और दीन की बातें करते हैं लेकिन जब बेंगलुरु जैसी कोई मजहबी हिंसा घट जाती है तो मानवता की बात करके उनके अपराधों से ध्यान भटकाने में लग जाते हैं।

जेएनयू के प्रोफेसर ने इसी रवैये पर कुरान की इस आयत को कोट किया था- “जो भी अल्लाह और उसके बंदे को दुत्कारेगा, अल्लाह उन्हें इस जहां में लानत देता है और उनके लिए अपमानजनक दंड भी तैयार रखता है।”

राम मंदिर भूमिपूजन के अवसर पर न्यूयार्क के टाईम्स स्क्वेयर पर राम मंदिर और भगवान राम के दृश्य  का प्रदर्शन हुआ था। उससे संबंधित जो वीडियो और ट्वीट थी उसे डिलिट कर दिया। ठीक इसके विपरीत मुस्लिम इस्लामिक संगठनों द्वारा जो आपत्तिजनक ट्वीट उसका बेरोकटोक प्रदर्शन होते रहने दिया गया। 

6 दिसंबर को ही मुस्लिम संगठनों द्वारा जो आपत्तिजनक पोस्ट ट्वीटर में किये गये थे उसके उदाहरण नीचे प्रस्तुत हैं।

साउथ एशिया सॉलिडैरिटी इनिशिएटिवÓ ने ट्विटर पर एक संभावित सवाल पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, आपके मंदिरों के लिए कितने मुसलमानों को मरना पड़ता है? यह भी ट्विटर द्वारा सेंसर नहीं किया गया था। हालांकि नफरत फैलाने वाले भाषण को मंच पर मुफ्त चलाया जाता है, कंपनी द्वारा नियोजित हिंदूपब को भगवान राम की छवि को  संभावित रूप से संवेदनशील  के रूप में सेंसर करने के लिए मिलता है।

बेंगलुरु में दलित विधायक के घर कट्टरपंथी मुसलमानों के हमले के बीच वायरल हो रहा है जेएनयू के प्रोफेसर आनंद रंगनाथन का ट्वीट

बेंगलुरू में हजारों कट्टरपंथी मुसलमानों की भीड़ एक दलित विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर पर हमला और आगजनी की। इतना ही नहीं इन कट्टरपंथियों ने शहर के कई इलाकों में जमकर हिंसा और आगजनी की। पूरे देश में इस घटना की चर्चा है। इस बीच जेएनयू के प्रोफेसर आनंद रंगनाथन का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। प्रोफेसर रंगनाथन ने यह ट्वीट अक्टूबर, 2019 में किया था, जिसमें उन्होंने मुसलमानों के बारे में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों को साझा किया था और लिखा था कि यदि उन्होंने आज के वक्त में यह बात कही होती तो कट्टरपंथी मुसलमान उनका भी सिर काट देते।

उन्होंने डॉ. अम्बेडकर के जिस वक्तब्य का जिक्र किया था, उसमें उन्होंने कहा था कि इस्लाम एक करीबी कार्पोरेशन है और मुसलमानों एवं गैर-मुस्लिमों के बीच जो अंतर है, वह एक बहुत ही वास्तविक, बहुत सकारात्मक और बहुत अलग-थलग करने वाला भेद है। इस्लाम का भाईचारा मनुष्य का सार्वभौमिक भाईचारा नहीं है। यह केवल मुसलमानों के लिए मुसलमानों का भाईचारा है। एक बिरादरी है, लेकिन इसका लाभ उसके भीतर तक ही सीमित है। जो लोग उससे बाहर हैं, उनके लिए अवमानना और दुश्मनी के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि जहां भी इस्लाम का शासन है, वहां उसका अपना देश है। दूसरे शब्दों में, इस्लाम कभी भी एक सच्चे मुसलमान को अपनी मातृभूमि के रूप में भारत को अपनाने और एक हिंदू को अपने परिजनों और रिश्तेदारों के रूप में अपनाने की अनुमति नहीं दे सकता है।

बेंगलुरु हिंसा के लिए कांग्रेस का लिंक, पार्टी के कॉर्पोरेटर इरशाद बेगम के पति का नाम एफआईआर में

बेंगलुरु हिंसा के लिए कांग्रेस की कड़ी अब उभर रही है और पार्षद इरशाद बेगम के पति कलीम पाशा का नाम बेंगलुरु पुलिस ने एफआईआर में दर्ज किया है।
कलीम पाशा कांग्रेस पार्षद इरशाद बेगम के पति हैं
पाशा पूर्व कांग्रेस मंत्री केजे जॉर्ज के करीबी सहयोगी हैं
Óहमारी पार्टी के सदस्य भीड़ को उकसाने में शामिल नहीं हैं और उन्हें पूरी घटना में बलि का बकरा बनाया जा रहा हैÓ
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्षद इरशाद बेगम के पति कलीम पाशा को बेंगलुरु पुलिस ने दर्ज एफआईआर में 7 वें आरोपी के रूप में नामित किया है, जिसमें मंगलवार रात को हुई घातक हिंसा के पीछे एक साजिशकर्ता का नाम था।
बेगम नागवारा वार्ड से एक बीबीएमपी कॉर्पोरेटर हैं, लेकिन यह पाशा हैं जो शॉट कहते हैं।
टाइम्स नाउ के इमरान खान के मुताबिक, जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आई तो वह अपने घर पर नहीं थे।
कलीम पाशा ने पूर्व कांग्रेस मंत्री केजे जॉर्ज के करीबी सहयोगी
पाशा कांग्रेस के पूर्व मंत्री केजे जॉर्ज के करीबी सहयोगी हैं।
पिछले साल सितंबर में, कर्नाटक राष्ट्र समिति (केआरएस) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जॉर्ज के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि कांग्रेस नेता भारत और विदेशों में लाखों डॉलर की संपत्ति रखता था।
टाइम्स नाउ द्वारा एक्सेस की गई एफआईआर की एक कॉपी से पता चला है कि पांच लोगों ने 200 से 300 लोगों के एक समूह का नेतृत्व किया और मैचेस, पेट्रोल बम और अन्य हथियारों से लैस थे जिन्हें बताया गया था कि वे पुलिस को हैक कर रहे थे।
कल पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में दो एसडीपीआई नेताओं को हिरासत में लिया। हालांकि, एसडीपीआई के जिला सचिव वसीम अहमद ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्य भीड़ को उकसाने में शामिल नहीं थे और उन्हें पूरी घटना में बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
कांग्रेस एक तथ्य खोजने वाली समिति बनाती है
इस बीच, हिंसा के सिलसिले में आगजनी, पथराव और पुलिस पर हमले के आरोपी 146 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी सहित 60 से अधिक पुलिस को चोटें आई हैं। हिंसा भड़कने के बाद कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवासमूर्ति के आवास पर भी हमला किया गया।
हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है, राज्य सरकार ने 15 अगस्त को सुबह 6 बजे तक डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत आने वाले क्षेत्रों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 को बढ़ा दिया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी नवीन को सोशल मीडिया पर अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
हिंसा की निंदा करते हुए, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह कानून और व्यवस्था मशीनरी की “पूर्ण विफलता” थी और बेंगलुरु में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए एक तथ्य-खोज समिति का गठन किया।

सेकुलरिज्म स्कैम क्या है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है

सोशल मीडिया पर आज सेकुलरिज्म स्कैम वायरल हो रहा है। इसमें उन सेकुलर, लिबरल, वामपंथियों, अवार्ड वापसी और टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोगों को फटकार लगाई गई है जो हर मुद्दे पर सेलेक्टिव अप्रोच रखते हैं। हिंदुओं की आस्था की बात हो, हिंदुओं के देवी-देवाताओं के अपमान का मामला हो तो सेकुलर-लिबरल गैंग के लोग फ्रीडम ऑफ स्पीच का राग अलापने लगते हैं। हिंदुओं की भावनाओं से खेलने वाले लेख और फिल्मों का बचाव करने लगते हैं। लेकिन जब मामला मुस्लिम समुदाय से जुड़ा हो तो यही लोग चुप्पी साध लेते हैं। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जब कोई व्यक्ति बेंगलुरु में पैगंबर पर कोई टिप्पणी करता है तो हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग घर से बाहर निकल जमकर आगजनी करते हैं और कथित सेकुलर-लिबरल अवार्ड वापसी गैंग के लोग कुछ नहीं बोलते हैं।

सेकुलर, लिबरल, वामपंथियों, अवार्ड वापसी और टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोगों के इसी दोगलेपन को देखते हुए सोशल मीडिया पर सेकुलरिज्म स्कैम वायरल हो रहा है।

भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो ट्विटर ने किया सेंसर , परन्तु इस्लामिक समूहों के विरोध की ट्वीट प्रदर्शित

भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो ट्विटर ने किया सेंसर , परन्तु इस्लामिक समूहों के विरोध की ट्वीट प्रदर्शित : यह पहला ही अवसर नहीं है जब ट्वीटर के सीईओ जैक ने हिन्दू विरोधी रवैय्या अपनाया है।

ट्विटर के नए सीईओ जैकडोरसे का एक पुराना ट्वीट सोशल मीडिया साइट्स पर फिर से अचानक वायरल हो गया है. इसे हिंदुओं की धार्मिंक भावनाएं आहत करने वाला बताया जा रहा है. डोरसे ने यह ट्वीट 24 मई को किया था. इस ट्वीट में हिन्दू देवी देवताओं का मजाक उड़ाया गया है. ट्वीट किए गए इस फोटों में डोरसे ने हिन्दुओं के देवी देवताओं के चेहरे की जगहअपना चेहरा लगा रखा है.

माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर संदेश “स्मैश ब्राह्मणवादी पितृसत्ता” के साथ पोस्टर पकड़े हुए एक तस्वीर के बाद ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने भारतीय उपयोगकर्ताओं के बीच नाराजगी जताई है। तस्वीर को एक पत्रकार ने ट्वीट किया, जिसने तस्वीर साझा की और कहा: “ट्वीटर के सीईओ जैक की यात्रा के दौरान, उन्होंने और ट्विटर के लीगल हेड ने हमारे साथ कुछ महिला पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, लेखकों और ट्विटर पर एक राउंड टेबल में हिस्सा लिया। भारत में ट्विटर के अनुभव पर चर्चा करने के लिए। एक बहुत ही व्यावहारिक, कोई शब्द नहीं-की-बातचीत ।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर पहली बार फहरेगा तिरंगा
हैदराबाद में हटाए गए आजादी की शुभकामना वाले पोस्टर
ऐसा पहली बार होगा जब न्यूयॉर्क शहर के टाइम्स स्क्वायर पर न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल की उपस्थिति में तिरंगा फहराया जाएगा।
यहॉ यह उल्लेखनीय है कि ६ अगस्त को जब अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम पीएम मोदी द्वारा संपन्न किया जा रहा था उस समय अमेरिका में जश्र का माहौल था और न्यूयार्क टाईम्स स्क्वायर पर भी हजारों दर्शकों ने देखी थी श्रीराम की झलक।
भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो अमेरिका में भारतीय वंशज जगदीश जी द्वारा जो वीडियो और ट्विटर पोस्ट हुआ था उसे संवेदनशील सामग्री कहकर वामपंथी और कट्टरपंथी मुस्लिम विचारधारा के पोषक ट्वीटर ने सेंसर कर दिया था।
ठीक इसके विपरीत अमेरिका में मुस्लिम समूह ने टाईम्स स्क्वेयर में दिखाये गये राम मंदिर की झलक के विरोध में जो आपत्ति जनक ट्वीट किये उन्हें ट्वीटर ने प्रदर्शित होने दिया। यह दोहरी नीति अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का ढोंग करने वाले ट्वीटर की है।
ट्वीटर का अनुकरण करते हुए ही हैदराबाद में हटाए गए आजादी की शुभकामनाएं देने वाले पोस्टर, बीजेपी ने दर्ज कराई आपत्ति : सीएम के चंद्रशेखर राव ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के सामने घुटने टेक दिए हैं।
भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो ट्विटर ने किया सेंसर , परन्तु इस्लामिक समूहों के विरोध की ट्वीट प्रदर्शित
भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो ट्विटर ने किया सेंसर , परन्तु इस्लामिक समूहों के विरोध की ट्वीट प्रदर्शित : यह पहला ही अवसर नहीं है जब ट्वीटर के सीईओ जैक ने हिन्दू विरोधी रवैय्या अपनाया है।

माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर संदेश “स्मैश ब्राह्मणवादी पितृसत्ता” के साथ पोस्टर पकड़े हुए एक तस्वीर के बाद ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने भारतीय उपयोगकर्ताओं के बीच नाराजगी जताई है। तस्वीर को एक पत्रकार ने ट्वीट किया, जिसने तस्वीर साझा की और कहा: “ट्वीटर के सीईओ जैक की यात्रा के दौरान, उन्होंने और ट्विटर के लीगल हेड ञ्च1द्बद्भड्ड4ड्ड ने हमारे साथ कुछ महिला पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, लेखकों और ट्विटर पर एक राउंड टेबल में हिस्सा लिया। भारत में ट्विटर के अनुभव पर चर्चा करने के लिए। एक बहुत ही व्यावहारिक, कोई शब्द नहीं-की-बातचीत ।

न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर पहली बार फहरेगा तिरंगा 

हैदराबाद में हटाए गए आजादी की शुभकामना वाले पोस्टर

ऐसा पहली बार होगा जब न्यूयॉर्क शहर के टाइम्स स्क्वायर पर न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल की उपस्थिति में तिरंगा फहराया जाएगा।
यहॉ यह उल्लेखनीय है कि ६ अगस्त को जब अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम पीएम मोदी द्वारा संपन्न किया जा रहा था उस समय अमेरिका में जश्र का माहौल था और न्यूयार्क टाईम्स स्क्वायर पर भी हजारों दर्शकों ने देखी थी श्रीराम की झलक।
भगवान राम और राम मंदिर का वीडियो अमेरिका में भारतीय वंशज जगदीश जी द्वारा जो वीडियो और ट्विटर पोस्ट हुआ था उसे संवेदनशील सामग्री कहकर वामपंथी और कट्टरपंथी मुस्लिम विचारधारा के पोषक ट्वीटर ने सेंसर कर दिया था।
ठीक इसके विपरीत अमेरिका में मुस्लिम समूह ने टाईम्स स्क्वेयर में दिखाये गये राम मंदिर की झलक के विरोध में जो आपत्ति जनक ट्वीट किये उन्हें ट्वीटर ने प्रदर्शित होने दिया। यह दोहरी नीति अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का ढोंग करने वाले ट्वीटर की है।
ट्वीटर का अनुकरण करते हुए ही हैदराबाद में हटाए गए आजादी की शुभकामनाएं देने वाले पोस्टर, बीजेपी ने दर्ज कराई आपत्ति : सीएम के चंद्रशेखर राव ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के सामने घुटने टेक दिए हैं।