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Editorial :- सुषमा स्वराज ने किया ट्विटर पर ब्लॉक..

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ट्रोलिंग मामला: नितिन गड़करी ने कहापासपोर्ट विवाद से सुषमा स्वराज का कोई संबंध नहीं, ट्रोल करना गलत।
इसके पूर्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी भी कह चुके हैं कि सुषमा जी को ट्रोल करना उचित नहीं।
मैं यह समझने में असमर्थ हूं कि पासपोर्ट विवाद के संबंध में मोदी सरकार के मंत्रियों और  मोदी सरकार के प्रशंसकों के बीच जो द्वंद चल रहा है वह क्यों? हम प्रजातांत्रिक और प्रेस स्वातंत्र्य के माहोल के पक्षपाती हैं। ठीक इसके विपरीत परिवारवादी पार्टियांं और उनके नेता इसके विरूद्ध आचरण करते हंै।
सुषमा जी ने इस ट्रोल विषय पर पोल भी करवाया। उसमें ५० प्रतिशत से अधिक ट्रोल करने को अनुचित बताये और ५० प्रतिशत से कम लोगों ने उचित बताया।
इससे उत्साहित होकर सरकारी पक्ष से जो प्रतिक्रियाएं आई हैं वे परिवारवादी पार्टियों की सोच जैसी लगती है।
मोदी जी से लंदन में भारतीय मूल के एक युवा ने जब प्रश्र किया कि उनके अच्छे स्वास्थ्य का राज क्या है? तब  पीएम मोदी ने आलोचनाओं को अपनी फिटनेस का राज बताया। उन्होंने कहा , ‘मैं करीब 20 साल से रोजाना 1-2 किलोग्राम गालियां खाता हूं।Ó
ठीक इसके विपरीत उनके मंत्री अपने ही हितैषियों अपने ही विचारधारा वाले व्यक्तियों की आलोचनाएं सुनकर आहत हो जाते हैं और उनकी सरकार के आलोचक चाहे वे महबूबा मुफ्ती हों या पत्रकार स्वाती चतुर्वेदी हों या कांगे्रस का कोई नेता उनके द्वारा प्रशंसा सुनकर गदगद हो जाते हैं। यह कहा तक उचित है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा ने लिखा: विदेश मंत्री भी ट्रोल से नहीं बच पाती तो देश के अन्य महिलाओं से क्या उम्मीद की जाय?
महबूबा के इस ट्वीट को रिटवीट करते हुए पत्रकार स्वाती चतुर्वेदी ने लिखा : डीयर निर्मला सीतारमन, मेनका गांधी, राजनाथ सिंह, नीतिन गडकरी जब आपके पूर्व सहयोगी सुषमा स्वराज पर भद्दे हमले की निंदा कर सकते हैं तो आप क्यों खामोश हैं? उन्होंने आगे लिखा मैंने इसमेें ईरानी का नाम नहीं लिया क्योंंकि उनकी खुद की ट्रोल सेना है।
स्वाती चतुर्वेदी के इस ट्वीट के बाद गडकरी जी  और राजनाथ सिंह जी का कमेंट आया। संभव है  निर्मला सीतारमण और मेनका गांधी की भी कमेंट आये।
क्या महिला मंत्री पर ट्रोल होना महिलाओं का अपमान है? क्या स्वाती चतुर्वेदी की स्मृति ईरानी के संबंध में की गई टिप्पणी महिलाओं का अपमान नही है?
तंदूरी कांड में सजा काट रहे सुशील (युवा कांगे्रस के पूर्व नेता) आज जेल से बाहर हुए हैं। इसे भूलते हुए कांग्रेस भी पासपोर्ट विवाद में आनंद लेती रही है।
पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा को तो ट्रांसफर करके सजा दे दी गई थी। परंतु आननफानन में अनुचित तरीके से मोहम्मद अनस सिद्दकी तनवी सेठानी के पासपोर्ट बनाने वाल अधिकारी को क्या सजा दी गई?
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर अपनी आलोचना करने के आरोप में ब्लॉगर सोनम महाजन को ब्लॉक कर दिया है. दरअसल सुषमा स्वराज एक हिंदूमुस्लिम दंपति को पासपोर्ट जारी करने को लेकर पिछले कुछ दिनों से ट्रोलिंग का लगातार सामना कर रही हैं.
ट्रोल्स के खिलाफ अकेली लड़ रहीं सुषमा ने अपनी आलोचना करने के आरोप में सोनम महाजन को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया. सोनम महाजन से ट्विटर पर सुषमा से सवाल पूछा था.
सोनम ने ट्वीट किया था, ‘ये गुड गवर्नेंस देने आए थे. ये लो भाई, अच्छे दिन गए हैं. सुषमा स्वराज जी, मैं कभी आपकी फैन थी और आपके खिलाफ बोलने वालों से लड़ी थी. अब आप प्लीज मुझे भी ब्लॉक कर के इनाम दीजिए. इंतजार रहेगा.

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