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प्रोडक्शन वियतनाम से भारत में शिफ्ट करने वाली है

सैमसंग देश में तीन लाख करोड़ से भी ज्‍यादा के प्रोडक्ट बनाने को तैयार है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग अगले पांच वर्षों में भारत में 3.7 लाख करोड़ रुपए के मोबाइल फोन का उत्पादन करने की योजना बना रही है। बता दें कि आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल पहले भारत में निवेश को तैयार हो चुकी है। वहीं कुछ और कंपनियां भारत आने की तैयारी कर रही हैं।

खबर है कि इसको लेकर सैमसंग ने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी योजना पर चर्चा की है। हालांकि, कंपनी ने फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई को आधिकारिक सोर्स ने नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि कंपनी प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव (पीएलआई) स्कीम के तहत स्‍मार्टफोन भारत में बनाने के लिए तैयार है। सरकार की तरफ से इस स्कीम का ऐलान अप्रैल में किया गया था। योजना के तहत बेस ईयर तक कंपनियों को भारत में तैयार उत्पादों और टारगेट पूरा करने पर चार से छह प्रतिशत तक का इंसेंटिव दिया जाएगा। अगले पांच वर्षों तक कंपनी को मोबाइल भारत में बनाने पर यह इंसेंटिव मिलेगा। सरकार की पीएलआई स्कीम के ऐलान ने उन कंपनियों ने खासी तरजीह दी है जो अब सप्लाई चेन को चीन से बाहर शिफ्ट करने पर सोच रही हैं। इसी के मद्देनजर सैमसंग भी अब एपल की राह पर है। एपल के फोन को एशिया में एसेंबल करने वाली कंपनियां फॉक्‍सकॉन, विस्‍ट्रॉन और पेगाट्रॉन अब भारत में अपना बेस मजबूत करने में जुट गई हैं। एक अगस्‍त को आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने बताया कि करीब 22 कंपनियों ने पीएलआई स्‍कीम के तहत आवेदन किया है और वो देश में अपना प्रोडक्शन शुरू करना चाहती हैं। सरकार के इस योजना में अगले 5 साल में 11 लाख करोड़ रुपए के मोबाइल फोन बनाए जाएंगे। इससे करीब 12 लाख नए रोजगार पैदा होंगे।