अगस्त के तीसरे सप्ताह हुई तेज बारिश धान की फसल के लिए तो संजीवनी बनकर आई लेकिन सब्जी खासकर टमाटर की फसल को बर्बाद कर दिया। यही कारण है कि तीन दिन पहले तक बाजार में 30 रूपए किलो बिकने वाला टमाटर अब दोगुने दाम यानी 60 रूपए किलो तक बिक रहा है। बीते रविवार साप्ताहिक बाजार में टमाटर 30 रूपए किलो बिक रहा था तथा तीन दिनों बाद ही बुधवार साप्ताहिक बाजार में टमाटर की कीमतें दोगुनी 60 रूपए हो गई थी। स्थानीय किसान धान की फसल लेने के दौरान सब्जी का रकबा कम कर देते हंै। यही कारण है कि टमाटर की स्थानीय आवक नहीं होने से बाजार में रायपुर तथा धमतरी से ही टमाटर पहुंच रहा है। बारिश होने के कारण टमाटर की फसल प्रभावित हुई है जिससे आवक कमजोर हो गई है। बारिश के कारण बाजार में पहुंचने वाले टमाटर की क्वालिटी भी प्रभावित हो रही है। सब्जी व्यवसायी देवीलाल सोनकर, राधे पटेल ने कहा कि बारिश की वजह से टमाटर फसल खराब होने से आवक घटते ही व्यापारियों ने दाम बढ़ा दिए हैं तो मजबूरी में हमें भी दाम बढ़ाने पड़े। सब्जी व्यवसायी शीतल साहू, नरेश साहू, मुकेश मूलचंदानी ने कहा कि बारिश में गांवों से सब्जी की आवक कम हो गई है क्योंकि स्थानीय किसान धान की फसल में व्यस्त हैं। बाहर से ही सब्जी पहुंचने के कारण दाम बढ़ रहे हैं। आवक घटने के कारण अन्य सब्जियों के भी दाम बढ़ गए हैं। इससे मोहल्ले व कॉलोनियों में ही रहकर सब्जी खरीदने वालों को इसके ऊंचे दाम देने पड़ रहे है। उन्हें पता नहीं होता कि बाजार में किस सब्जी का क्या दाम है। मोहल्ले में आकर सब्जी बेचने वाला जो दाम बताता है, उन्हें मानना पड़ता है।
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