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यूपी में बेटे को गुस्सा आया, इतने से मन नहीं भरा तो पिता ने अस्पताल में दूसरी मंजिल से धमाका कर दिया

5 साल्वा सैय्यत बच्चा लक्की। (सोर्स- जागरण)

पर प्रकाश डाला गया

  1. बच्चे की चीख से लोगों ने उसे पकड़कर नीचे गिरा दिया।
  2. लोगों ने पिता को पीटा और पुलिस से मुलाकात की।
  3. पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

एजेंसी, व्यापारी। एक सनकी पिता ने अपने पांच साल के बेटे को अस्पताल की मंजिल से नीचे फेंक दिया। बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर नीचे के लोगों ने उसे पकड़ लिया, जिससे उसकी जान बच गई।

पढ़ें पूरा मामला…

मामला संगतराश के दामाद देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज का है। असलहा, गौरीबाजार के सोपरी बुजुर्ग गांव में रहने वाले विनय प्रसाद ने अपने पांच साल के बेटे लक्की को बुरी तरह पीट दिया। उनके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोट लगी थी। माँ अंजू देवी इंस्टेंट मेडिकल कॉलेज ले गयीं। चोट को देखकर दार्शनिक ने कहा कि यह सर्जरी के बाद ही ठीक होगी।

चार सितंबर को लक्की के मेडिकल कॉलेज में ही सर्जरी हुई। वह नवीन डायनासोर के सर्जरी विभाग में मां के साथ था। इस दौरान उनके पिता आए और उन्हें उठाकर ले गए। सुबह 4 बजे वह बच्चे को मेडिकल कॉलेज की दूसरी मंजिल से ले जा रहा था, जहां से वह कैनवास के नीचे लटक गया। बच्चे को जोर-जोर से मदद के लिए चिल्लाने लगा। इसे देखने के बाद मेडिकल स्टाफ और अंजू देवी ने मशीन पर प्रवेश के लिए विगेट्स की कोशिश की, लेकिन वह तैयार नहीं थी।

इस दौरान दिव्यांग विंग्स के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती मरीज़ों की फैक्ट्री दुर्गेश सैनी यह सब देख रहे थे। वह तुरंत अपने साथियों के साथ अस्पताल के नीचे गिरवी रख दी गई, जिससे बच्चे को छोड़ने की स्थिति में वह दोस्ती हासिल कर सके। करीब 30 मिनट तक सभी लोगों ने विनय को समझाया, लेकिन उसने नहीं माना। वह बच्चे को दूसरी मंजिल से फेंक दिया गया। इस दौरान नीचे दिए गए लिंक में दुर्गेश स्टैटिस्टिक्स नेसेट होल्ड लिया, जिससे उसकी जान बच गई।

उनके पिता के लोगों ने नेकी की गंभीर सनक

इस दौरान बच्चा डर की वजह से बेहोश हो गया। तत्काल इंस्टालेशन वार्ड में लेकर चले गए। इस दौरान लोगों ने विवेचक को अहितकर बुरी तरह से पीट और पुलिस की सलाह पर अमल कर दिया। पुलिस ने बच्चों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उन्हें छोड़ दिया। सदर अलोन के प्रभारी दिलीप सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी कर कार्रवाई की जाएगी।