Bareilly की धरती पर हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया है। शहर में लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने और फिर उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने का खेल चल रहा था। इस घिनौने काम में शामिल थे नौशाद और उसका बड़ा भाई दिलशाद, जिनका केरल से गहरा कनेक्शन सामने आया है। यह मामला केवल व्यक्तिगत अपराध नहीं, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
गिरफ्तारियों का सिलसिला
Bareilly पुलिस ने हाल ही में नौशाद और अमान नामक दो युवकों को गिरफ्तार किया था। ये दोनों एक हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों के हाथों पकड़े गए थे, जब वे कर्मचारियों नगर में लड़कियों से झगड़ रहे थे। उस समय, दोनों ने अपने नाम हिंदू बताए थे, लेकिन पूछताछ में उनकी असली पहचान नौशाद जमाली और अमान के रूप में सामने आई। पुलिस की जांच में पता चला कि ये दोनों फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे।
दिलशाद की गिरफ्तारी
जैसे ही Bareilly पुलिस ने नौशाद की गिरफ्तारी की, एक और सच्चाई सामने आई। नौशाद का बड़ा भाई दिलशाद भी इस घिनौने खेल में शामिल था। उसने इंस्टाग्राम पर कई फर्जी नामों से आईडी बनाकर लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाया था। पुलिस ने दिलशाद को इज्जतनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया और उसके पास से एक मोबाइल फोन और तीन अलग-अलग नामों के आधार कार्ड बरामद किए गए।
फर्जी आईडी का खेल
दिलशाद और नौशाद ने फर्जी नामों से आईडी बनाकर लड़कियों को प्रेम का झांसा देकर उन्हें अपने जाल में फंसाया। इसके बाद, वे उनका अश्लील वीडियो बनाते थे और उन वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल करते थे। यह एक ऐसा अपराध है जो न केवल व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध की भी ओर इशारा करता है।
समाज में बढ़ती असुरक्षा
इस मामले ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। जहां एक ओर तकनीक ने हमें बहुत सारे फायदे दिए हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह के मामलों ने यह साबित कर दिया है कि हमें अपनी सुरक्षा के प्रति और सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर, जहां हम बिना किसी पहचान के किसी से भी बातचीत कर सकते हैं, ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है।
क्या करें?
यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि हमें ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में सजग रहना चाहिए। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर हम अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं:
- प्राइवेसी सेटिंग्स का ध्यान रखें: अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की प्राइवेसी सेटिंग्स को ठीक से सेट करें। अनजान लोगों को अपनी जानकारियाँ साझा न करें।
- फर्जी आईडी से सावधान रहें: किसी भी व्यक्ति से बातचीत करने से पहले उसकी पहचान को जांचें। अगर कोई व्यक्ति फर्जी नाम का उपयोग कर रहा है, तो उसे अनफ्रेंड करें।
- सामाजिक चेतना: यदि आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। जागरूकता से ही हम अपने समाज को सुरक्षित बना सकते हैं।
बरेली में हुए इस मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में असुरक्षा के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए हमें सजग रहना होगा। ना केवल पुलिस बल, बल्कि समाज के प्रत्येक सदस्य को इस दिशा में एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। हमें अपने आस-पास के लोगों के प्रति संवेदनशील रहना होगा और उन्हें ऐसी गतिविधियों के खिलाफ जागरूक करना होगा।
अंत में, यह कहानी हमें एक नई सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। हमें तकनीक का सही उपयोग करना चाहिए और इसे अपनी सुरक्षा के लिए एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए, न कि इसके माध्यम से असुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए।
बरेली में लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका अश्लील वीडियो बनाने और ब्लैकमेल करने के आरोपी नौशाद जमाली के बड़े भाई दिलशाद को इज्जतनगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से मोबाइल फोन और तीन अलग नामों के आधार कार्ड बरामद हुए हैं।
कुछ दिन पहले कर्मचारीनगर में लड़कियों से झगड़ा कर रहे दो युवकों को हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने पकड़ा था। उनके अन्य साथी फरार हो गए थे। तब युवकों ने अपने हिंदू नाम बताए थे। पूछताछ में दोनों के असली नाम नौशाद जमाली और अमान सामने आए। दोनों से कई फर्जी आधार कार्ड भी मिले थे। इज्जतनगर पुलिस ने दोनों को जेल भेजा था।
विवेचना के दौरान सामने आया कि नौशाद के साथ उसका बड़ा भाई दिलशाद भी इंस्टाग्राम पर विभिन्न नामों से फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनको ब्लैकमेल करता है। पुलिस ने मुकदमे में नाम खोलते हुए दिलशाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
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