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Editorial: घोटालेबाज चौकसी, कपूर, शाह और जाकिर नाईक से मिला राजीव गांधी फाउंडेशन को डोनेशन,

राजीव गांधी फाउंडेेशन सहित तीन ट्रस्ट भ्रष्टाचार के लिये बने चोर दरवाजे?

01 September 2020

घोटोलेबाजों से घूस के रूप में प्राप्त धन को कांग्रेस ने स्वयं प्राप्त नहीं किया है ऐसा वह कह सकती है क्योंकि घोटालेबाजों ने घूंस की धनराशि कांग्रेस को न देकर गांधी परिवार से संबंधित तीन ट्रस्टों को डोनेशन के रूप मेंं दी है।

ऑयल फॉर फूड प्रोग्राम के अंतर्गत सद्दाम हुसैन के समय इराक से यूपीए सरकार में समझौता किया था और सोनिया गांधी ने तत्कालीन विदेशमंत्री नटवर सिंह को परिचयात्मक पत्र दिये थे।

“Never seen or touched a barrel of oil”
It is expected that the facts in the Volcker Report be covered up the way
several transgressionsof Indian VIPs have been in the past, the better to
blackmail them with later. Congress including its leader Sonia Gandhi
claim that they have “Never seen or touched a barrel of oil” or Kick backs
in bofors. Smugglers never touch the smuggling goods.

जुलाई २३ को टाईम्स नाऊ में प्रकाशित एक समाचार के अनुसार :

The Congress also received donations from fugitive businessman Mehul
Choksi but later the grand old party issued a clarification saying it received
no money from the absconding diamantire.

सोमवार को भारतीय जनता पार्टी  के प्रवक्ता संबित पात्रा  ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चौंकाने वाले दावे करते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को घोटालेबाजों से पैसा मिलता रहा है। पंजाब नैशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी ने फाउंडेशन को लाखो रूपये दिये हैं। पात्रा ने दावा किया फाउंडेशन को इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाईक, यस बैंक के घोटाले में प्रमुख आरोपी राणा कपूर और हृस्श्वरु घोटाले के आरोपी जिग्नेश शाह से भी पैसा मिला है।

नवीराज एस्टेट्स ने 29 अगस्त 2014 को राजीव गांधी फाउंडेशन  को चेक नंबर 676400 के जरिये से 10 लाख रुपये दान में दिये थे। इसके अलावा राजीव गांधी फाउंडेशन को यस बैंक से 9.45 लाख रुपये भी मिले जो कि राणा कपूर  का नहीं बल्कि बैंक का पैसा था क्योंकि ये बैंक से डाइवर्ट किये गये थे।

चोर दरवाजा किसी महल या बड़े मकान में प्राय: पिछवाड़े की ओर का वह छोटा दरवाजा जो आढ़ में हो और जिसका पता सब लोगोंं को न हो।  अर्थात महलों आदि में बना वह गुप्त या छिपा द्वार जो सार्वजनिक नहीं होता है।

ऐसा आरोप है कि गांधी परिवार के भ्रष्टाचार के लिये वाया कांग्रेस तीन चोर दरवाजे हैं : राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट।

इन तीनों ट्रस्टों द्वारा कानून का उल्लंघन करने संबंधी जांच के लिये एक अंर्तमंत्रालय समिति का गठन गृहमंत्रालय कर चुकी है।

राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट क्रत्रष्टञ्ज  को  २०११ में जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से 50,00,000 रुपये मिले थेजाकिर नाइक के भाग जाने और एनआईए द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद दिसंबर 2016 में पैसा वापस कर दिया गया था क्रत्रष्टञ्ज का नेतृत्व अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कर रही हैं।

>> इन उक्त तीन ट्रस्टों को समय-समय पर अनेक घोटोलेबाजों जैसे चौकसी, कपूर, शाह, जाकिर नाईक से डोनेशनल मिलते रहे हैं। क्या इन सब प्राप्त डोनेशन की धनराशि को उसी प्रकार से इन भ्रष्ट घोटालेबाजों को वापस कर दिया जायेगा जैसे जाकिर नाईक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से प्राप्त दान को वापस कर दिया गया था।

>> २०१९ लोकसभा चुनाव के समय राहुल गांधी ने कहा था कि 2014 में किए गए एक भी वायदे को भाजपा ने पूरा नहीं किया है। जन समुदाय से सवाल करते उन्होंने पूछा कि कितने लोगों को रोजगार मिला है? कितने लोगों के बैंक खाते में 15 लाख रुपए आए हैं।

राहुल गांधी ने जनता से पूछा कि किसी सूट वाले को लाइन में लगे देखा तो, जनता से जवाब मिला, नहीं. उन्होंने कहा कि गरीब जनता की जेब से पैसे निकालकर अमीरों की जेब में डाल दिए गए

अब जनता पूछ रही है राहुल गांधी से की गरीब जनता की जेब से पैसे निकालकर क्या उनसे संबंधित तीन ट्रस्टों के खाते में नहीं डाला गया है?


मेहुल चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ली थी और 15 जनवरी को निष्ठा की शपथ ली थी, सीबीआई ने 25 जुलाई को कैरेबियन राष्ट्र के अधिकारियों को लिखा था कि पीएनबी धोखाधड़ी के आरोपी चोकसी।

मेहुल चौकसी के वकील डैविड डोरसेटे ने रिपब्लिक टीवी को दिए साक्षात्कार में यह कहा है कि उनके
लाइंट मेहुल चौकसी का कांग्रेस पार्टी से संबंध है। रिपब्लिक टीवी ने एंटीगुआ में डैविड डोरसेटे का
साक्षात्कार लिया है। इस साक्षात्कार से इस खबर की पुष्टि हो गयी है कि मेहुल चौकसी को पहले बैंक
से बेतहासा कर्ज दिलाने, उसके लिए स्पेशल तौर पर 80:20 स्कीम लाने, मोदी सरकार के समय
जांच आगे बढऩे पर उसे देश से भगाने, फिर उसे एंटीगुआ की नागरिकता दिलाने और प्रोपोगंडा
फैलाने वाले मेनस्ट्रीम मीडिया के फेकन्यूज मेकरों के साथ मिलकर मोदी सरकार को बदनाम करने
के पीछे कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी का हाथ है!

एंटीगुआन के बाद विदेश मंत्री ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए रास्ता खोलने के एक दिन
बाद, भगोड़ा अपराधी ने राजनीतिक लिकं को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है, मेहुल
चोकसी के वकील डेविड डोरसेट ने मोहुल और कांग्रेस के बीच कथित रूप से सांठगांठ की
पुष्टि की है जिसके चलते इस मामले को इतना गंभीर बनाया गया. रिपब्लिक टीवी से बात
करते हुए वकील ने स्वीकार किया है कि इस मामले में ‘गंभीर राजनीतिक तत्व शामिल हैं’.

*’गांधी ट्रस्ट जांच GETS BIGERD। राजीव गांधी फाउंडेशन ने मेहुल चोकसी और यस बैंक
दोनों से दान प्राप्त किया। • जीवीके इंडस्ट्रीज ने 2006-2007 के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन
में पैसा दान किया; 2006 में मुंबई हवाई अड्डे के सौदे पर हस्ताक्षर किए। • हृस्श्वरु फंडर
(जिग्नेश शाह) ने 2011 में दान दिया;

बाल गंगाधर तिलक ने कहा कि ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ और कांग के ‘बलाक’
कहते हैं कि ‘भ्रष्टाचार मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और किसी को भी मेरे परिवार पर भ्रष्टाचार
के आरोप लगाने का अधिकार नहीं है’। कहते हैं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा।
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