सब्जी की फसल रौंदी हाथियों ने बंगुरसिया में

ओडिशा से आया पांच हाथियों का दल जामगांव में तीन दिन उत्पात मचाने के बाद बंगुरसिया पहुंच गया है। शाम 4 बजे तक हाथियों का मूवमेंट कक्ष क्रमांक 914 में था। क्षेत्र प्रभारी के अनुसार हाथी जुनवानी होते हुए तमनार की तरफ जा सकते हैं। यह एलिफेंट कॉरीडोर है, जिसकी जानकारी ओडिशा से आए हाथियों को हैं। हाथियों ने सिर्फ धान व सब्जियों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है, घरों में तोड़फोड़ या जनहानि नहीं हुई है। फसल नुकसान पर विभाग मुआवजा देने की बात कह रहा है। जामगांव के झारगुड़ा व अड़बहाल क्षेत्र में बीते तीन दिनों से ग्रामीण दहशत में थे। यहां वन प्रबंधन समिति और वन कर्मियों ने रतजगा कर ग्रामीणों के बीच मुनादी कराई और हाथियों की मूवमेंट पर भी नजर बनाए हुए थे। गजराज दल भी नियमित उनकी मौजूदगी वाले इलाकों में भ्रमण कर लोगों सतर्क कर रहा है। ताकि कहीं किसी तरह का कोई नुकसान न हो। रायगढ़ वन मंडल में अलग-अलग झुंड में कुल 16 हाथी विचरण कर रहे हैं। शहर के नजदीक जुनवानी के नजदीक कांटाझरिया पूर्व में नर और मादा हाथी का जोड़ा विचरण कर रहा है। जुनवानी के रास्ते सपनई में 5 और घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के कया में 9 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है।