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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को बिहार को 294.53 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे।

पीएम मोदी कृषि, मतस्य और पशुपालन से जुड़ी 294 करोड़ रुपये की योजनाओं की देंगे सौगातये सभी योजनाएं मत्स्य, पशुपालन व कृषि विभाग से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत 107 करोड़ की लागत की परियोजना के शुभारंभ की घोषणा भी होगी। 

5 करोड़ की लागत से सीतामढ़ी के डुमरा में बखरी मछली बीज फार्म, 10 करोड़ का किशनगंज के मत्स्य पालन कॉलेज और पटना स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में जलीय रेफरल प्रयोगशला का उद्घाटन होगा। पटना के मसौढ़ी का 2 करोड़ का फिश ऑन व्हील्स, मधेपुरा का एक करोड़ का मत्स्य चारा मिल, 2.87 करोड़ का कृषि विश्वविद्यालय, पूसा का समेकित मात्स्यिकी उत्पादन प्रौद्योगिकी केन्द्र का उद्घाटन होग। 

वहीं 84.27 करोड़ का पूर्णिया सीमेन स्टेशन, 8.06 करोड़ का पटना में इम्ब्रयो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी व आईवीएफ लैब, 2.13 करोड़ का बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, नालन्दा व गया में तैयार सेक्स सार्टेड सीमेन परियोजना का शुभारंभ होगा। कृषि विवि समस्तीपुर का 11 करोड़ से बना स्कूल ऑफ एग्रीबिजिनेस एंड रूरल मैनेजमेंट के भवन का उद्घाटन, 27 करोड़ का ब्वायज हॉस्टल, 25 करोड़ का स्टेडियम और 11 करोड़ का इंटरनेशनल गेस्ट हाउस का शिलान्यास होगा।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद डॉ संजय जायसवाल ने कहा है कि बिहार के किसान, पशुपालक व मछुआरों के लिए प्रधानमंत्री गुरुवार को सौगात देंगे। लगभग 300 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास होने से बिहार को काफी लाभ होगा।

बुधवार को जारी बयान में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह बिहार के प्रति प्रेम को ही दर्शाता है। पहले भी पीएम ने बिहार को लाखों करोड़ की सौगात दी है। सवा लाख करोड़ के विशेष पैकेज का मामला हो या केंद्र सरकार की अन्य जनकल्याणकारी योजनाएं, पीएम ने बिहार को हमेशा तवज्जो दिया है। एक बार फिर वे गुरुवार को 294 करोड़ की कृषि, पशुपालन व मत्स्य पालन से संबंधित योजनाओं की सौगात बिहार को देंगे।  

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इन योजनाओं से उस तबके को सीधा लाभ होगा जो पूर्ववर्ती सरकार में उपेक्षित था। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा कर चुकी मोदी सरकार हर दिन नए-नए कदम उठा रही है। इन योजनाओं से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य की आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी। बिहार के विकास के लिये कृतसंकल्पित प्रधानमंत्री आगामी 25 सितम्बर तक पांच चरणों में अन्य विभागों की योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन भी करेंगे।