पहले ही रायपुर एम्स में इलाज करवा रहे नंद कुमार बघेल को रविवार को शहर के बालाजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। यहां रैपिड टेस्ट में उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद सीएम के पिता नंद कुमार को कोविड वॉर्ड में शिफ्ट किया गया है। अस्पताल के डॉ. देवेंद्र नायक ने बताया कि उनकी स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। संक्रमण के फेफड़ों पर असर किया है, उन्हें डायबिटीज भी है। 7 डॉक्टर उनकी निगरानी कर रहे हैं, हम दो से तीन दिन अहम मानकर काम कर रहे हैं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति अस्पताल के डॉ सुंदरानी ने बताया कि लोगों का कोविड टेस्ट, रैपिड किट अगर पॉजिटिव आता है तो मरीजों को दोबारा आर टी पी सी आर या ट्रूनॉट टेस्ट नहीं कराना चाहिए। लोगों में यह गलतफहमी है कि रैपिड जांच के बाद आरटीपीसीआर जांच के बाद ही कोविड की सही पुष्टि होती है। ऐसे में सिर्फ समय बर्बाद होता है और संसाधन। ऐसे समय में कोरोना का इलाज तत्काल चिकित्सक की देखरेख में शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट का रिजल्ट निगेटिव आता है और फिर भी यदि मरीज में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो ही आरटीपीसीआर टेस्ट कराना चाहिए।
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