गूगल बिलिंग प्रणाली ऐप के जरिए किए गए भुगतान पर 30 प्रतिशत शुल्क लेता है। हालांकि, यदि डेवलपर अपनी वेबसाइट के जरिए भुगतान लेता है, तो उसे प्ले बिलिंग की जरूरत नहीं होगी। कोचिकर ने कहा कि लगभग 97 प्रतिशत डेवलपर्स इस नीति को समझते हैं और इसका पालन करते हैं, हालांकि उन्होंने उन लोगों के नाम नहीं लिए जिन्होंने इसका पालन नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि जो डेवलपर्स नई दिशानिर्देश पालन नहीं करेंगे, तो उन्हें थोड़ा समय दिया जाएगा।गूगल के निदेशक (कारोबार विकास, गेम और एप्लिकेशंस) पूर्णिमा कोचिकर ने वर्चुअल कांफ्रेंस में कहा कि आज हम प्ले बिलिंग नीति को स्पष्ट कर रहे हैं, जो लंबे समय से चली आ रही है और हाल की घटनाओं से हमने महसूस किया है कि नीतियों को स्पष्ट करना और उन्हें समान रूप से लागू करना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक डेवलपर जो गूगल प्ले के जरिए अपनी डिजिटल सामग्री को बेचता है, उन्हें प्ले बिलिंग का इस्तेमाल करना होगा।’ बता दें कि गूगल हाल ही में कुछ घंटों के लिए पेटीएम को ब्लॉक करके विवादों में आ गई थी।
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