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भोपाल की बड़ी झील में फिर शुरू हुई क्रूज की सवारी, पहुंचे पर्यटक

कोरोना महामारी के कारण पिछले कई महीनों से बंद पड़ा भोपाल का बोट क्लब अब एक बार फिर पुरानी पटरी पर लौट रहा है. अनलॉक-5 की गाइडलाइन लागू होने के बाद बड़ी झील पर वाटर टूरिज्म शुरू कर दिया गया है. करीब 6 महीने तक बंद रहे क्रूज और वोट की सवारी एक बार फिर शुरू हो गई है.

मध्य प्रदेश टूरिज्म के अधिकारियों की मौजूदगी में बड़े तालाब पर पर्यटकों के लिए चलने वाले क्रूज ने शनिवार को रफ्तार पकड़ी. हालांकि, क्रूज सर्विस के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन पूरी तरह से करना होगा. एक बार में क्रूज पर जाने वाले यात्रियों की संख्या को भी सीमित कर दिया गया है. क्रूज सर्विस एक बार फिर से शुरू होने को लेकर पयज़्टकों में खासा उत्साह दिखाई दिया और पहले दिन ही कई पर्यटक क्रूज की सवारी करने पहुंच गए.

मध्य प्रदेश टूरिज्म ने बड़ी झील पर क्रूज सर्विस को दोबारा से शुरू तो कर दिया है, लेकिन इसके लिए कोरोना गाइडलाइन के अनुसार नियम तय किए गए हैं. पहले जहां एक बार में 80 पर्यटक क्रूज पर सवारी कर सकते थे, जिसे अब सीमित करते हुए आधा कर दिया गया है. यानी अब केवल 40 पर्यटक ही एक बार में क्रूज पर सवारी कर सकेंगे. यात्रा के दौरान क्रूज पर सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से करना होगा. बोट क्लब पर एंट्री के दौरान ही पर्यटकों के लिए हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा.

भोपाल मध्य प्रदेश का एक खूबसूरत शहर है जिसे सिटी ऑफ लेक के नाम से भी जाना जाता है. शहर में कई छोटी-बड़ी झीलें हैं. सबसे बड़ी झील जिसे बोट क्लब के नाम से भी जानते हैं. वहां रोजाना सैकड़ों पर्यटक आते हैं. इस दौरान सैर सपाटे के साथ पर्यटक वाटर स्पोट्र्स का भी मजा ले सकते हैं. कोरोना के बाद हुए लॉकडाउन में यहां पर टूरिज्म पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. लॉकडाउन खत्म होने के बाद आम लोगों की आवाजाही तो शुरू हो गई थी, लेकिन वाटर टूरिज्म पर प्रतिबंध जारी था, जिसे शनिवार को खत्म दिया गया.