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Editorial :- युक्त राष्ट्र द्वारा योग दिवस और हिन्दी में ट्वीट परंतु हमारे यहॉ….

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संयुक्त राष्ट्र ने एक नई पहल की है। जिससे वो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचा सके। इसके लिए यूएन अब हिंदी में ट्वीट कर रहा है। यूएन का ये हिंदी ट्विटर अकाउंट 11 जुलाई से शुरू हुआ।
पेज एक्टिव होते ही पहला ट्वीट किया गया- नमस्कार! संयुक्त राष्ट्र अब हिंदी में ट्वीट कर रहा है।Ó यूएन ने जानकारी दी कि इस नए हिंदी अकाउंट से संयुक्त राष्ट्र के कार्यों का अपडेट दिया जाएगा।
पांच दिन पहले शुरू किए गए इस ट्विटर पेज पर अब तक 7 ट्वीट किए गए हैं। यूएन के हिंदी ट्विटर अकाउंट को फिलहाल 596 फॉलोअर्स हैं। वहीं, यह खुद 40 ट्विटर अकाउंट्स को फॉलो कर रहा है, जिनमें संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न संस्थाएं और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतरेस शामिल हैं।
इसी प्रकार से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के प्रयत्नों से योग दिवस भी प्रतिवर्ष २१ जून को पूरे विश्व में आयोजित किया जा रहा है।
यह योग दिवस अनेक मुस्लिम देशों और चीन, रूस जैसे देशों में भी उत्साह से मनाया जाता है।
हमारे यहॉ यह दुख की बात है कि कुछ प्र्रांतों में और कुछ पार्टियों की वोट बैंक पॉलिटिक्स की वजह से हिन्दी का और योग दिवस का विरोध होता है।
मोदी और आरएसएस फोबिया से कांग्रेस तथा अन्य परिवारवादी विपक्षी पार्टियां से ग्रसित होकर हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान तक का विरोध करने लग जाते हैं।
कांग्रेस तो यह समझती है कि भारत का मतलब सिर्फ १९४७ का ही भारत है। उसके पहले भारत था ही नहीं। पी चिदंबरम ने तो लखनऊ में कुछ समय पूर्व भाषण देते हुए यहॉ तक कह दिया था कि प्राचीन भारत महान था इस प्रकार की पुस्तकों को जला देना चाहिये।
इसी सोच की वजह से भारत की प्राचीन परंपराओं को चाहे वह भगवा ध्वज हो, संस्कृत हो या हिन्दी सबका विरोध कांगे्रस करने लग जाती है।
कर्नाटक में जब कांग्र्रेस की सरकार थी, जब सिद्धारमैय्या मुख्यमंत्री थे तब उनके द्वारा प्रोत्साहन दिये जाने से कर्नाटक में हिन्दी का विरोध प्रारंभ हो गया था। हिन्दी के जो साईन बोर्ड जो दुकानों में लगे थे या सरकारी प्रतिष्ठानों में लगे थे उन पर काला पेंट पोत दिया जा रहा था।
इतना ही नहीं मेट्रो ट्रेन में जो हिन्दी बोलने वाले कर्मचारी थे उन्हें कर्नाटक से बाहर निकालने का आंदोलन शुरू हो गया था।
जब कोई भारत की एकता की बात करता है  तब कुछ वोट बैंक पॉलिटिशियन हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान शब्दों को उछालकर भारत की एकता को भंग करने का प्रयत्न करते हैं।
ऐसा ही दुस्साहस यूपीए शासनकाल मेें हिन्दू आतंक, सेफरन टेरर शब्द के अविष्कार कर हुआ था।
अब वही दुस्साहस, षडयंत्र कांग्रेस द्वारा शशि थरूर के माध्यम से हिन्दू पाकिस्तान शब्द की रचना कर हुआ है।
खर्च में कमी हो बार-बार चुनाव न हों इसलिये प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव का मंत्र देश को दिया है। परंतु इसका भी कांग्रेस तथा अन्य कुछ पार्टियां विरोध कर रही है।
राहुल गांधी येन-केन-प्रकारेण सत्ता हथियाने के लिये आजादी गंैग और टुकड़े-टुकड़े गैंग को  प्रोत्साहन दे रहे हैं। कर्नाटक में सिद्धारमैय्या सरकार ने अलग झण्डे का प्रारूप भी प्रस्तुत किया था।
इसलिये संयुक्त राष्ट्र संघ ने जो योग दिवस और हिन्दी में ट्वीट करने का सिलसिला प्रारंभ किया है उससे सबक लेते हुए हमें इस प्रकार की अलगाववादी प्रवृत्तियों को देश की एकता को भंग करने वाले गतिविधियों को रोकना बहुत ही आवश्यक है।
आज का एक और समाचार है पीएम मोदी के वन नेशन वन इलेक्शन पर रजनीकांत का आज समर्थन मे वक्तव्य आया है। एक ओर जहां तामिलनाडु के ज्यादातर राजनीतिक दल एक देश एक चुनाव की योजना का विरोध कर रहे हैं वही दूसरी तरफ राजनीति में एंट्री करने वाले सुपर स्टार रजनीकांत इसका समर्थन कर रहे हैंं। उन्होंने कहा है कि एक चुनाव होने से समय और पैसा दोनों की बचत होगी।