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केन्द्र सरकार का बड़ा कदम, प्रदूषण फैलाया तो मिलेगी 5 करोड़ का जुर्माना और 5 साल तक की सजा

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) और उससे सटे राज्यों में प्रदूषण फैलाने वालों की अब खेर नहीं। बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution) को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कहा कि अगर अब प्रदूषण फैलाया तो 5 करोड़ रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। इतना ही नहीं 5 साल की सजा भी हो सकती है। इसके लिए केंद्र ने एक आयोग बनाया है।

आयोग का मुख्‍यालय दिल्ली में होगा और इसके आदेश को सिर्फ NGT में ही चुनौती दी जा सकेगी। केन्द्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी के वायु प्रदूषण को देखते हुए यह आयोग बनाया है। यह आयोग वायु प्रदूषण को रोकने, उपाय सुझाने और निगरानी का काम करेगा। इसमें एक चेयरपर्सन के साथ-साथ केंद्र सरकार, एनसीआर के राज्यों के प्रतिनिधि, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और इसरो के भी प्रतिनिधि भी होंगे। 

किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक रूप लेता जा रहा है। 2 दिन की राहत के बाद दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एक बार फिर वायु गुणवत्ता स्तर (AQI) 400 के पार पहुंच गया है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी द्वारा जारी डाटा के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता स्तर 401, अलीपुर में 405 और वजीरपुर इलाके में 410 है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का एक्यूआइ 297 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है।

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय के अधीन सफर इंडिया के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 18% रही। मंगलवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की 1,830 घटनाएं सामने आईं। प्रदूषण की लड़ाई में कई अभियान चलाए जा रहे हैं। बावजूद इसके लापरवाही हो रही है। इसी के चलते दिल्ली सरकार ग्रीन दिल्ली एप ला रही है। साथ ही दीवाली को देखते हुए भी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट के भी आदेश हैं कि दिल्ली की हवा को खराब न होने दिया जाए। जरूरी न हो तो पटाखे न चलाएं और प्रदूषण को कम करने में मदद करें। यह कहना है दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय का। बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही