मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के साथ मंच पर पहुंचते हैं। भीड़ में लग रहे नारों का जवाब देते हुए कहते हैं- मैं आंधी नहीं शिवराज मामा हूं। वे भाषण शुरू करने से पहले लोगों से सभी देवी-देवता, भारत माता और जनता जनार्दन के जयकारे लगवाते हैं।
24 मिनट के भाषण में वे 19 वार बोलते हैं कि हम तो कमीने हैं और 13 बार कमलनाथ का जिक्र करते हुए हर बार सेठ शब्द नाम के आगे लगाते हैं। भाषण जैसे ही खत्म होता है तो वे मंच से मैदान के बीच बने रैम्प पर अभिवादन करते हुए निकलते हैं। दोनों ओर लोग बैठे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि 2024 में वे प्रचंड राजनीति करेंगी, क्योंकि उनकी और देशवासियों की जो इच्छाएं थीं, पूरी हो गई हैं। अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है और कश्मीर से धारा 370 हट गई है। अब समय ऐसा आने वाला है जब गरीब कुर्सी पर बैठेगा और कलेक्टर व एसपी सामने खड़े नजर आएंगे।
नेताओं के भाषण जारी है। पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ उनके पुत्र सांसद नकुलनाथ भी मंच पर आते हैं। पास आकर लोग मिल रहे हैं। पूर्व मंत्री सचिन यादव एक-एक का परिचय भी करा रहे हैं। जैसे ही पूर्व सरपंचों का समूह मंच पर आता है कमलनाथ उठकर उनके पास पहुंच जाते हैं। फिर होता है भाषण। मौजूद लोगों को धन्यवाद के बाद मुंगावली को महाराजाओं की भूमि बताते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र करते हैं। दो मिनट उन्हीं की बात करते हैं। फिर शिवराज सिंह चौहान उनके निशाने पर होते है। 16 मिनट के भाषण में 11 बार शिवराज का जिक्र होता है।
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