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1 लाख युवाओं का बीपी और शुगर क्यों चेक किया जा रहा ? कोरोना संकट के कारण रुक गया था ये काम

स्वास्थ्य विभाग द्वारा धनबाद जिले में एक लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच करायी जायेगी. 30 साल से अधिक उम्र के लोगों की जांच एनसीडी सेल यानी नॉन कम्युनिकेबल डिजीज सेल द्वारा की जायेगी. आपको बता दें कि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन से पहले इस सामुदायिक सर्वे की शुरुआत की गयी थी, कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. एक बार फिर इसकी तैयारी की जा रही है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी योजना बनायी है कि सामुदायिक सर्वे के जरिए बीपी (ब्लड प्रेशर) और शुगर जैसी बीमारी की पहचान कर उसे शुरुआती स्तर पर ही काबू कर लिया जाए. इसके लिए 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की स्वास्थ्य जांच की जायेगी.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कुल आबादी के 10 फीसदी लोगों पर सर्वे किया जाना है. इस दौरान एक फॉर्मेट में कई जानकारियां ली जायेंगी. जांच के क्रम में ब्लड प्रेशर, शुगर एवं अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जायेगा, ताकि इन बीमारियों को नियंत्रित किया जा सके. इसी उद्देश्य से ये सामुदायिक सर्वे किया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार धनबाद जिले में 30 साल से अधिक आयु के करीब 10 लाख लोग हैं. कुल आबादी का 10 फीसदी यानी एक लाख लोगों का सर्वे किया जाना है. इस सर्वे के दौरान जो लोग बीमारी से ग्रसित मिलेंगे, उन्हें विशेष इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.

सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास बताते हैं कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन के कारण कई स्वास्थ्य योजनाएं बाधित हो गयी हैं. लॉकडाउन से पहले सामुदायिक सर्वे की शुरुआत की गयी थी. अब फिर से इसकी शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है.