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बीएसएल के डिप्लोमा इंजीनियरों ने दी उत्पादन ठप करने की चेतावनी, की ये मांग

जूनियर इंजीनियर पदनाम की मांग को लेकर डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ इस्पात (डेफी) से संबद्ध ‘बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी यूनियन’ के बैनर तले बोकारो स्टील प्लांट के डिप्लोमा इंजीनियरों (डीई) ने गुरूवार को विरोध-प्रदर्शन किया. यूनियन अध्यक्ष संदीप कुमार की अध्यक्षता में गांधी चौक-सेक्टर 04 पर काला झंडा व काला बैलून उड़ाकर सेल प्रबंधन का विरोध किया. इसमें बीएसएल के दर्जनों डिप्लोमा इंजीनियर शामिल हुए.

बीएसएल-सेल में कार्यरत डिप्लोमा इंजीनियर कई वर्षों से जूनियर इंजीनियर पदनाम की मांग कर रहे हैं. इस्पात मंत्रालय से आदेश निकलने के तीन साल बाद भी प्रबंधन ने पदनाम लागू नहीं किया है. इसके विरोध में गुरुवार को बोकारो सहित सेल के सभी यूनिट व माइंस में डिप्लोमा इंजीनियरों ने प्रदर्शन किया. यूनियन के महामंत्री महामंत्री एम तिवारी ने कहा कि डीई के पदनाम पर सेल प्रबंधन एनजेसीएस यूनियन के नाम पर बहानेबाजी कर रहा है.

केवल आश्वासन से डीई को सम्मानजनक पदनाम नहीं मिल जायेगा. यदि एक महीने के अंदर पदनाम नहीं मिला तो ‘सम्मान नहीं तो उत्पादन नहीं’ नारा के साथ समस्त यूनिट में उत्पादन ठप होगा. यूनियन के अध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा कि 01 मई 2017 को इस्पात मंत्रालय ने डीई को जेई पदनाम देने की अनुशंसा की थी. आदेश के बाद प्रबंधन ने इस मामले को विवादित कहकर एनआरसी कमिटी को सौंप दिया, जिसकी रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं की गयी. फिर 19 नवंबर 2018 को एनजेसीएस सब कमिटी का गठन किया गया. इसका 16 जनवरी 2019, 05 अगस्त 2019 व 15 फरवरी 2020 को तीन बार मीटिंग हो चुकी है. लेकिन, पदनाम के मुद्दे पर कोई सार्थक परिणाम नहीं निकल पाया. संचालन करते हुए यूनियन के कोषध्यक्ष सोनू शाह व संगठन मंत्री पप्पू कुमार ने कहा कि सेल अध्यक्ष ने एक बार नहीं, बार-बार घोषणा की है कि सम्मानजनक पदनाम दिया जायेगा.

प्रदर्शन में यूनियन के संयुक्त महामंत्री दीपक शुक्ल, संगठन मंत्री अविनाश चंद्र, अरुण कुमार, शशि कुमार, संजीत कुमार, आनंद रजक, नितेश, शिव पंडित, नरेंद्र दास, चंदन, सिद्धार्थ, शिवनाथ, राहुल दुबे, रितेश कुमार, भावेश चंद्र, हरि ओम, शैलेन्द्र तिवारी, निखिल, कमलेश, राकेश, फूलचंद बास्की सहित दर्जनों डिप्लोमा इंजीनयर उपस्थित थे. उपस्थित लोगों ने बीएसएल-सेल प्रबंधन के विरोध में नारेबाजी की.

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