भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लंबे दौरों के कारण बायो-बबल (जैव सुरक्षा वातावरण) का खिलाड़यिों पर पड़ने वाले मानसिक प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की है. विराट आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान हैं जो वर्तमान में बायो-बबल का हिस्सा है. भारतीय कप्तान विराट अन्य भारतीय खिलाड़यिों के साथ 10 नवम्बर को आईपीएल खत्म होने के तुरंत बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो जाएंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह दौरा फरवरी में समाप्त होगा जिसका मतलब है कि अधिकतर खिलाड़यिों को लंबे समय तक बायो-बबल में रहना होगा.
विराट ने आरसीबी टीवी से कहा, ‘‘यह लगातार हो रहा है. हमारे पास बेहतरीन टीम है इसलिए यह स्थिति उतनी मुश्किल नहीं है. बायो बबल में रह रहे सभी लोग शानदार है जिसके कारण हम साथ खेलने का और बायो बबल में साथ रहने का आनंद उठा रहे हैं लेकिन लगातार बायो-बबल में रहना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा, ‘‘कुछ चीजों पर विचार करना होगा जैसे टूर्नामेंट या सीरीज की अवधि कितनी लंबी होगी और 80 दिनों तक लगातार एक ही माहौल में रहने और कुछ अलग नहीं करने का खिलाड़यिों पर मानसिक रूप से क्या असर होगा.’’
विराट ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट के बीच में जाकर परिवार से मिलने या इस तरह की अन्य चीजें करने की अनुमति दी जाएगी या नहीं, इन सब चीजों पर गंभीरता से विचार होना चाहिए. आखिर में, आप ऐसे खिलाड़ी चाहते हैं जो मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हों जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि वे कैसा महसूस करते हैं. इन सब चीजों पर नियमित रूप से बातचीत होनी चाहिए.’
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