छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के सोनवर्षा के एक सरकारी स्कूल में करंट लगने से एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई. दरअसल इलाके में तेज बारिश के चलते स्कूल परिसर के कुछ पेड़ पौधों में करंट फैल गया था. इसकी जानकारी न तो शिक्षकों को थी और न ही स्कूल के कर्मचारियों को. एक क्लास से सटे इमली के पेड़ में करंट दौड़ रहा था. दरअसल इस क्लास के ऊपरी हिस्से में आंधी तूफ़ान के चलते बिजली के तार टूटकर गिए हुए थे.
इसे लापरवाही कहें या फिर अनदेखी, किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया. बुधवार की सुबह तीसरी कक्षा का दीपक नामक एक छात्र खेलते हुए इमली के पेड़ के करीब जा पंहुचा. उसके इर्दगिर्द खेल रहे छात्रों ने जब उसकी चीख पुकार सुनी तो वे उस ओर दौड़े. एक छात्र ने उसे पेड़ पर लिपटा हुआ भी देखा. छात्र ने स्कूल के एक कर्मचारी को घटना की जानकारी दी.
जैसे ही स्कूलकर्मी पेड़ के करीब पहुंचे दीपक बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़ा था. उसे फ़ौरन प्राथमिक स्वास्थ केंद्र ले जाया गया. लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने मौत की पुष्टि कर दी. बताया जाता है कि दीपक के पैरों में जूते या चप्पल भी नहीं थे वरना वह करंट से बच सकता था. आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में स्कूली बच्चों के पास जूते-चप्पल नहीं होते.
फिलहाल पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने दीपक का शव उसके परिजनों को सौंप दिया है. उधर गांव के सरपंच ने इलेक्ट्रिशियन बुलवाकर स्कूल की बिजली लाइन कटवा दी है.
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