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छात्रवृत्ति घोटाले की होगी सीआइडी जांच !, झारखंड अनुसूचित जाति आयोग ने भी मांगा ब्योरा

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अल्पसंख्यक छात्रों के छात्रवृत्ति घोटाला की जांच राज्य का अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) कर सकता है. सीआइडी ने इस मामले से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी धनबाद पुलिस से तलब की है. दूसरी तरफ झारखंड अनुसूचित जाति आयोग ने भी इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई का ब्योरा मांगा है.

अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर कल्याण विभाग से मिलीभगत कर पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर छात्रवृत्ति राशि का गबन किया गया है. धनबाद जिला प्रशासन की जांच में केवल धनबाद जिला में 9.99 करोड़ रुपये के घोटाला का अनुमान लगाया है. इस मामले को लेकर धनबाद जिला के 29 थानों में 89 मामले दर्ज कराये गये हैं. सभी मामला जिला प्रशासन की तरफ से दर्ज करायी गयी है.

उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर एडीएम (विधि-व्यवस्था) चंदन कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने जांच की थी. पूरे मामले में अंतर जिला गिरोह की संलिप्तता सामने आयी है. धनबाद के बाहर के छात्रों के नाम पर राशि ट्रांसफर हुई है. अधिकृत सूत्रों के अनुसार राज्य सीआइडी ने इस मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. सीआइडी ने धनबाद पुलिस से इस मामले में दर्ज सभी 89 मामलों का ब्योरा मांगा है. कौन-कौन नामजद अभियुक्त हैं, कौन-कौन स्कूल इसमें शामिल है के बारे में भी जानकारी मांगी गयी है. किस-किस के खाता में राशि ट्रांसफर हुई है. किस-किस बैंक से लेन-देन हुआ है इसके बारे में भी जिला पुलिस से जानकारी मांगी गयी है.

सूत्रों के अनुसार धनबाद पुलिस ने भी इस घोटाला से जुड़े मामले की कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है. जल्द ही सीआइडी को पूरा ब्योरा उपलब्ध कराया जायेगा. राज्य सरकार के निर्देश पर सीआइडी जल्द ही मामले की तहकीकात अधिकृत रूप से शुरू कर सकती है. सूत्रों के अनुसार राज्य एससी आयोग ने भी जिला पुलिस से छात्रवृत्ति घोटाला के बारे में जानकारी मांगी है. इस मामले में राज्य एससी आयोग को भी एक रिपोर्ट भेजने की तैयारी चल रही है.

धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाला से जुड़े सभी मामलों को लेकर एक इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम बनायी गयी है. यह टीम सभी मामलों को कंपाइल करेगा. कौन-कौन अभियुक्त हैं तथा कहां-कहां से राशि निकाली गयी है का प्रोफाइल तैयार होगा. इसके बाद अनुसंधान की दिशा तय होगी.