अनुमंडल अस्पताल में ड्रेसर नहीं रहने के कारण आए दिन हो रही सउ़क दुर्घटना में घायलों के प्राथमिक उपचार के दौरान टांके लगाने एवं मरहम पट्टी के लिए सरकारी 108 एंबुलेंस के मेडिकल स्टाफ ही ड्रेसर का काम कर रहे हैैं। बुधवार की देर रात घाटशिला थाना क्षेत्र के हुलूंग गांव के समीप अनियंत्रित बाइक से गिर कर तीन में से दो गंभीर रूप से घायल हो गए। तत्काल दोनों को एमजीमए अस्पताल रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस के आते ही इसके मेडिकल स्टाफ ने अनुमंडल अस्पताल के ड्रेसिंग रूम में घायल की स्थिति देखकर स्वयं चिकित्सक डा. बी बारा से अनुमति लेकर घायल के गहरे जख्म का स्टिच किया।
फिर उसकी मरहम-पट्टी करने के बाद ले गया। उसकी इस सेवा देख घायल के परिजनों ने उसकी काफी सराहना की। धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के करूवाकाटा गांव के तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तीनों को 108 एंबुलेंस की मदद से घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया। अनुमंडल अस्पताल की चिकित्सक डा. रेशमी बी बाड़ा ने तीनों का प्राथमिक उपचर के बाद घायल राजू कर्मकार एवं शंकर कर्मकार की गंभीर स्थिति देखते हुए बेहतर इलाज के लिए जमशेदुपर स्थित एमजीएम अस्पताल रेफर किया। जबकि अर्जुन हांसदा की स्थित सामन्य बताई जा रही है। उसका इलाज अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है। ज्ञात हो कि अनुमंडल अस्पताल में ड्रेसर के पद पर कोई है ही नहीं। फोरलेन पर अस्पताल रहने के कारण पूरे अनुमंडल से सउ़क दुर्घटना में घायल होकर लोग अनुमंडल अस्पताल पहुंचते हैं। ड्रेसर की कमी के कारण उसे रेफर कर दिया जाता है।
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