बिरसानगर के संस्थापक स्व. कुंजल लकड़ा की विरासत अब उनके बड़े पुत्र मनोज उर्फ चंचल लकड़ा संभालेंगे। उन्हें बिरसा सेवा दल पंचायत समिति का अध्यक्ष बना दिया है। इससे पहले चंचल समिति के कार्यकारी अध्यक्ष थे। स्व. कुंजल लकड़ा के तीन पुत्रों में चंचल सबसे बड़े हैं, जबकि इनसे छोटे अजय व आनंद लकड़ा नौकरी करते हैं। इस संबंध में बुधवार शाम को बिरसा सेवा दल की बैठक होने जा रही है, जिसमें 28 नवंबर को कुंजल लकड़ा की जयंती समारोह के संबंध में विचार-विमर्श किया जाएगा। जयंती समारोह में ही कुंजल लकड़ा की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा। इसके पहले 20 नवंबर को उनकी पुण्यतिथि के दिन प्रतिमा का अनावरण होना था। इसकी सारी तैयारी हो गई थी, लेकिन छठ को देखते हुए जिला प्रशासन ने समारोह की अनुमति नहीं दी।
नए रूप में बिरसानगर की बनाएंगे पहचान : बिरसा सेवा दल का उद्देश्य बिरसानगर को नई पहचान दिलाना है। अभी बिरसानगर अवैध जमीन अतिक्रमण और शराब के कारोबार की वजह से बदनाम है, जबकि कुंजल लकड़ा ने इसे विकसित क्षेत्र के रूप में बनाने का प्रयास किया था। चंचल लकड़ा बताते हैं कि पिताजी ने यहां पोस्टआफिस, स्कूल, अस्पताल आदि खुलवाया। यहां कई मैदान हैं, जहां बच्चे फुटबॉल, क्रिकेट से लेकर बाक्सिंग, जूडो-कराटे तक का अभ्यास करते हैं। वह चाहते थे कि बिरसानगर में ज्यादा से ज्यादा शिक्षित और खिलाड़ी पैदा हों। बिरसा सेवा दल इसी दिशा में कराएगा। क्षेत्र को नशामुक्त करने के लिए अभियान चलाएगा। आज भी यहां हर खेल के अच्छे खिलाड़ी बिरसानगर में मिल जाएंगे, जो जमशेदपुर का नाम रोशन करते हैं।
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