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झारखंड में पुलिस और पीएलएफआई के बीच मुठभेड़, पांच राइफल व कारतूस बरामद

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झारखंड के पश्चिम सिंहभूम के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सिंदरीबेड़ा पंचायत के मनमारू की पहाड़ी पर शुक्रवार की शाम झारखंड जगुआर और जिला पुलिस द्वारा पीएलएफआई के खिलाफ चलाये जा रहे ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ हो गयी. दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोली चली. एक उग्रवादी के घायल होने की सूचना है.

मुठभेड़ में किसी पुलिसकर्मी के हताहत होने की सूचना नहीं है. मुठभेड़ के दौरान पीएलएफआई का दस्ता जंगल में भाग गया. वहीं झारखंड जगुवार और जिला पुलिस ने जंगल में सर्च अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने पांच राइफल व काफी संख्या में कारतूस बरामद किया है. मुठभेड़ की सूचना पर पश्चिमी सिंहभूम एसपी अजय लिंडा भी दल बल के साथ पहुंचे. रात होने की वजह से पुलिस ने सर्च अभियान बंद कर दिया है. सभी पुलिसकर्मी व झारखंड जगुवार के जवानों को रात में उक्त स्थल पर ही कैंप करने का निर्देश दिया गया है.

मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआई का सब जोनल कमांडर अजय पूर्ति समेत दस्ता के 10 से 12 सदस्य टेबो घाटी की ओर घूम रहे हैं. इसकी सूचना मिलने पर रांची से झारखंड जगुआर और जिला पुलिस की टीम ने शुक्रवार को एएसपी (अभियान) नाथू सिंह मीणा की अगुवाई में क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया. इसी बीच पीएलएफआई दस्ता ने पुलिस व झारखंड जगुआर के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. बचाव में जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की. पीएलएफआई सदस्यों की संख्या कम होने के कारण वे जंगल की ओर भाग खड़े हुए. पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. मालूम हो कि मनमारू पहाड़ी नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है. यहां पर नक्सली अपनी गतिविधियों को आसानी से अंजाम देकर दूसरे जिले में चले जाते हैं यह पहाड़ी गुदड़ी और खूंटी जिला की सीमा पर स्थित है. यह स्थान बंदगांव थाना से लगभग 32 किलोमीटर दूर है. पिछले वर्ष इसी पहाड़ी पर नक्सली और पुलिस के बीच भी मुठभेड़ हुई थी.

कोल्हान के डीआइजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि शुक्रवार की शाम झारखंड जगुआर और जिला पुलिस द्वारा पीएलएफआई के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया था. इसी क्रम में मुठभेड़ हुई है. पुलिस ने कुछ हथियार भी बरामद किया है. कोई जवान हताहत नहीं हुआ है. नक्सलियों व पीएलएफआई के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जायेगा.