किसानों के भारत बंद पर मंगलवार (8 दिसंबर, 2020) को जमकर राजनीति हुई. किसानों की अपील को दरकिनार करते हुए झारखंड में सत्तारूढ़ दलों के नेता और कार्यकर्ता झंडे-बैनर के साथ सड़कों पर उतरे और जबरन दुकानों को बंद करवा दिया. सड़कें जाम कीं. यहां तक कि रोड पर बांस-बल्लियों से बैरिकेडिंग करके छोटे वाहनों को भी चलने से रोका. यहां तक कि नेशनल हाइ-वे को भी जगह-जगह पर जाम कर दिया गया.झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम लातेहार में बंद कराने के लिए समर्थकों के साथ खुद सड़क पर उतरे.
रांची में भारत बंद के समर्थन में और नये कृषि कानूनों के खिलाफ राजनीतिक दलों ने विरोध मार्च निकाला और किसानों के समर्थन में नारेबाजी की.गढ़वा जिला के रमकंडा प्रखंड में किसानों के भारत बंद के समर्थन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेताओं ने सड़क पर बैठकर रोड को जाम कर दिया.पलामू जिला में किसानों के समर्थन में मजदूर संगठन उतरे और सड़कों पर चक्का जाम कर दिया. संगठनों ने डाल्टेनगंज के छह मुहान चौक, रेड़मा चौक, सादिक मंजिल चौक समेत विभिन्न जगहों पर सड़क जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जिला मुख्यालय में छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन ठप है. राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता भी झंडा-बैनर के साथ सड़कों पर उतर गये हैं.
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