अब अमेरिका भी फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी दे सकता है। इससे पहले ब्रिटेन ने इस तरह की अनुमति प्रदान की थी। बता दें कि फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्वीकृति को लेकर अमेरिकी सरकार के एक सलाहकार पैनल ने सिफारिश की है। इस वैक्सीन को लेकर पैनल का कहना है कि टीके का संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करता है। वहीं इस सिफारिश पर गुरुवार को आठ घंटे की जनसुनवाई हुई, जिसके बाद खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) के टीके और संबंधित जैविक उत्पाद सलाहकार समिति (वीआरबीपीएसी) ने फाइजर और उसके जर्मन साथी बायोएनटेक द्वारा विकसित वैक्सीन की सिफारिश करने के लिए वोट दिए। वीआरबीपीएसी के सदस्य और बच्चों के अस्पताल फिलाडेल्फिया के वैक्सीन विशेषज्ञ पॉल ऑफिट ने कहा कि फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन का असर साफ तौर देखा जा रहा है, इसका एक स्पष्ट लाभ है और दूसरी तरफ हमारे पास सभी तरफ सैद्धांतिक जोखिम हैं। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन के टीके से जोखिम कम हो रहे हैं।
वहीं, एक बाल रोग विशेषज्ञ और बोस्टन चिल्ड्रन अस्पताल में टीका कार्यक्रम के प्रमुख ओफर लेवी ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है। गौरतलब है कि ब्रिटेन और बहरीन पहले ही फाइजर-बायोएनटेक की इस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे चुके हैं।बीते दिनों एक विस्तृत विश्लेषण में अमेरिका की खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने निष्कर्ष दिया है कि अमेरिका में इस्तेमाल के लिए जिस पहली कोविड-19 वैक्सीन (फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन) पर विचार किया जा रहा, चिकित्सकीय अध्ययन में यह वैक्सीन निर्धारित मानकों पर सफल साबित हुई है।
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