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मध्य प्रदेश चुनावों में शिवराज ने बदली रणनीति, अब अटलजी के नाम पर मांग रहे हैं वोट

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रीवा। भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त की शाम 5 बजकर 5 मिनट में दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ। अटलजी के निधन के बाद पूरा देश शोकालीन हो गया। इसी को देखते हुए बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों ने अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए। इन कार्यक्रमों में सबसे अहम मध्य प्रदेश की जन आशीर्वाद यात्रा और वसुंधरा सरकार की राजस्थान गौरव यात्रा अहम थी। क्योंकि, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। अटलजी के निधन के बाद से मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के हावभाव बदले हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि स्वर्गीय अटलजी का मध्य प्रदेश से गहरा रिश्ता रहा है। विशेषज्ञों की माने तो अटलजी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था, जिसको ध्यान में रखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने यह विधानसभा चुनाव उन्हीं के नाम पर लड़ने का मन बना लिया है और ऐसा माना जा रहा है कि अब आने वाले समय में चुनावी रैलियों के दौरान अटलजी के भाषण और कविताओं का सहारा लेकर शिवराज आगे बढ़ेंगे।जन आशीर्वाद यात्रा के स्थगित हो जाने के बाद शिवराज ने अटलजी का सहारा लेते हुए जनता से अपील की कि 21 अगस्त को भोपाल में मध्यप्रदेश के सपूत भारत रत्न आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को हम सभी अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि। आप भी अवश्य उपस्थित हों। इसके पहले शिवराज ने कहा था कि 22 से 25 अगस्त जिला मुख्यालयों, 25 से 30 मंडल, ब्लॉक और ग्राम पंचायतों में श्रद्धांजलि सभा होगी। अस्थियों को नर्मदा सहित अन्य नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।
15 साल से मध्य प्रदेश की जनता पर राज करने वाले शिवराज ने देरी न करते हुए अटलजी के नाम पर पुरस्कार देने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि आदरणीय अटल जी की स्मृति में प्रति वर्ष 5-5 लाख रुपए की सम्मान राशि के तीन राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाएंगे। साहित्य के क्षेत्र में उदीयमान कवि, मीडिया के क्षेत्र में पत्रकार और सुशासन के लिए उत्कृष्ट अधिकारी को सम्मानित करेंगे। इसी के साथ उन्होंने इन्क्यूबेशन सेंटर बनाए जाने की भी बात कही।

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