तिब्बत में दलाई लामा चुनने की प्रक्रिया में चीनी सरकार की दखलदांजी का कड़ा विरोध करते हुए अमेरिका ने वहां धार्मिक-आजादी के समर्थन में नया कानून पारित किया है. चीन ने तिब्बत पर बने इस नए अमेरिकी कानून को खारिज कर दिया है. चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा है कि उसने तिब्बत पर नए अमेरिकी कानून को सख्ती से खारिज कर दिया है. सप्ताहांत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कानून पर हस्ताक्षर किए थे. चीनी विदेश मंत्रालय के सूचना विभाग के उप निदेशक चाओ लिजैंग ने सोमवार को एक नियमित मीडिया ब्रीफिंग में तिब्बत पर नए अमेरिकी कानून पर सख्त नाराजगी दिखाते हुए इसे मानने से इंकार कर दिया और कहा कि तिब्बत से संबंधित मुद्दे चीन के घरेलू मामले हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2020 की तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम पर हस्ताक्षर कर इस अमेरिका की तिब्बत संबंधी नीतियों को अंतिम रूप दिया है. इसके अंतर्गत निर्वासन में रह रहे तिब्बतियों और तिब्बती सरकार को अमेरिका द्वारा समर्थन किये जाने की प्रतिबद्धता को दोहराया गया है. इस कानून द्वारा अमेरिका चीन को उसका अपना दलाई लामा चुनने पर रोक लगाएगा. तिब्बत ने इस कानून को बनाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति धन्यवाद दिया है.
इस साल फरवरी में हाउस ऑफ़ रिप्रजेंटेटिव्स ने तिब्बत संबंधी नीतियों को मजबूत बनाने के लिए इस बिल को सर्वसम्मति से पारित किया था. हिमालयन बौद्ध क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने इसे उत्साहजनक और तिब्बत को सशक्त बनाए की दिशा में उठाया गया एक कदम माना है.
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