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नये छत्तीसगढ़ के निर्माण में शिक्षकों की होगी महत्वपूर्ण भूमिका – डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल का शिक्षाकर्मी संघ ने आज यहां सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में आयोजित शिक्षक महासम्मेलन-सह-अभिनंदन समारोह में अभिनंदन किया। उन्होंने संविलयन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद दिया। संविलयन के बाद शिक्षक के रूप में काम कर रहे शिक्षाकर्मियों ने कहा कि संविलयन का निर्णय लेकर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रनिर्माता का कर्तव्य निभाया है। सरकार के इस फैसले से शिक्षाकर्मी अपने भविष्य के प्रति निश्चिन्त हुए हैं और उनका मनोबल बढ़ा है। समारोह में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप और कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल का भी अभिनंदन किया गया। रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव और शालेय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष श्री चन्द्रभूषण शर्मा भी इस मौके पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शिक्षक महासम्मेलन-सह-अभिनंदन समारोह में प्रदेश भर से आए शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नये छत्तीसगढ़ के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। प्रदेश के बच्चों और उन्हें शिक्षित करने में लगे शिक्षाकर्मियों के बेहतर भविष्य के लिए सरकार ने संविलयन का निर्णय लिया है। सरकार ने इस दिशा में तेजी से काम किया और जुलाई 2018 में ही आठ साल की सेवा पूरी कर चुके एक लाख शिक्षाकर्मियों के संविलयन की प्रक्रिया पूरी की। मुख्यमंत्री ने कहा – शिक्षाकर्मियों के हित में सरकार ने पिछले 15 वर्षों में लगातार सकारात्मक निर्णय लिए हैं। संविलयन के बाद अब उन्हें भी शासकीय कर्मियों के समान सुविधाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार के इस फैसले का असर शिक्षा की गुणवत्ता में भी दिखेगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक हमारे समाज का सबसे सम्मानित समुदाय है। शिक्षकों के दायित्व बोध से छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाई हासिल करेगा। उन्होंने कहा – संवेदनशील मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रयासों से छत्तीसगढ़ में आई.आई.टी., आई.आई.एम., ट्रिपल आई.टी., एन.आई.टी., राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और एम्स जैसी राष्ट्रीय स्तर की संस्थाएं स्थापित हुई हैं। श्री चन्द्राकर ने गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर, पं. मदन मोहन मालवीय, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए शिक्षकों से अपील की कि वे प्रदेश के बच्चों का उज्जवल भविष्य तैयार करने का संकल्प लें। महासम्मेलन-सह-अभिनंदन समारोह में संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री केदार जैन और शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री वीरेन्द्र दुबे सहित दोनों संघों के अनेक पदाधिकारी और प्रदेश भर से आए शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद थे।