हवा की दिशा बदलने से दिल्ली में शुक्रवार को वायु की गुणवत्ता ‘खराब श्रेणी’ में आ गई. अधिकारियों ने बताया कि अब इसने प्रदूषित भारत-गांगेय मैदानी इलाकों से चलना शुरू कर दिया है. एयर इंडेक्स क्वालिटी (एक्यूआई) शुक्रवार शाम चार बजे 259 दर्ज की गई, जो खराब श्रेणी में आती है. इससे पहले मंगलवार को यह खराब से मध्यम श्रेणी के बीच दर्ज की गई थी. बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा समझा जाता है. 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 बेहद खराब और 401-500 को गंभीर समझा जाता है.
इस मानसून की सक्रियता के चलते दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के मुताबिक 22 सितंबर के आस-पास नई दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 48 दर्ज किया गया था. सीपीसीबी के एक अधिकारी ने बताया था कि लगातार बारिश के कारण हवा में मौजूद प्रदूषणकारी तत्वों के बह जाने से वायु की गुणवत्ता में सुधार हुआ. गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से अक्टूबर के बाद दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. पड़ोसी राज्यों में फसल जलने से होने वाले धुएं और दिवाली की आतिशबाजी से दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो जाती है. अब एक बार फिर से हवा की गुणवत्ता में गिरावट दिल्ली वासियों के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
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