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Editorial :- राजस्थान और उत्तरप्रदेश में आज हों चुनाव तो सर्वे क्या कहते हैं?

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November 2, 2018 

आज दो प्रीपोल सर्वे समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए हैं।

एक सर्वे टाईम्स नाऊ और सीएनएक्स का है जो कहता है कि राजस्थान में आज चुनाव हों तो  विधानसभा में कांग्रेस को ११०१२० सीट और बीजेपी को ७०८० सीट मिलने का अनुमान हैं।

४८ प्रतिशत लोगों ने वसुंधरा राजे सिंधिया के शासन को खराब और ३५ प्रतिशत लोगों ने अच्छा बताया है।

इस अनुमान से दिवाली पर कांंगे्रस फूलझडिय़ां जला सकती है परंतु इसी सर्वे में एक रिपोर्ट है जिसके अनुसार कांग्रेस के लिये चारदिन की चांदनी फिर काली रात लोकसभा के अनुमान के अनुसार।

टाईम्स नाऊ और सीएनएक्स के ये ही प्री पोल सर्वे कहते हैं कि राजस्थान के ७९ प्रतिशत लोग मोदी को और २३ प्रतिशत राहुल को प्रधानमंत्री बनने देखना चाहते हैं। इसका मतलब है कि यदि आज राजस्थान में लोकसभा के चुनाव हों तो कांग्रेस से तीन गुना लोकसभा की सीटें भाजपा को मिलेंगी।

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रिपब्लिक टीवी के अनुसार राष्ट्रीय स्वीकृत रेटिंग लाईव के चुनावी रूप से महत्वपूर्ण नवंबर में  यदि उत्तरप्रदेश में चुनाव हों तो परिणाम क्या होंगे?  

वोट शेयर परियोजना

यूपीए – 7.9

एनडीए – 43.9

ओटीएच – 3.5

सीट शेयर परियोजना

एनडीए – 31

यूपीए – 5

अन्य – 44

सभी महत्वपूर्ण 201 9 लोकसभा चुनावों की उलटी गिनती के साथ, और अगले कुछ हफ्तों में पांच राज्यों में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों के साथ, नवंबर आम चुनावों में कौन से कदम उठाए जाएंगेे यह तय करने के मामले में नवंबर सबसे महत्वपूर्ण महीना हो सकता है  इस पर प्रकाश डालते हुुए रिपब्लिक टीवी और सीवोटर नवीनतम राष्ट्रीय स्वीकृति रेटिंग प्रस्तुत कर रहे हैं, जो प्रचलित देशव्यापी चुनावी परिदृश्य का एक पूर्ण और यथार्थवादी स्नैपशॉट प्रदान करता है।

अक्टूबर के संस्करण में, रिपब्लिक टीवीसीवोटर राष्ट्रीय स्वीकृति रेटिंग के अंतिम आंकड़े ने एनडीए को बहुमत बनाए रखा था, जबकि यूपीए कुछ अंक से आगे बढ़ी थी। इस बीच, अन्य पार्टियां, जो एक तरफ या दूसरे को कमजोर कर सकती हैं, संयुक्त 155 सीटों को एक साथ जोड़ती हैं। तब से, हाल ही में बुधवार को भी बहुत कुछ हुआ है, जब मोदी सरकार ने राजनीति के बीच भारी महारथ हासिल की और देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को अप्रत्याशित रूप से सुधारते हुए भारत ने दुनिया पर अपनी सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की, वैश्विक स्तर पर रैंक 77 में 23 पदों की छलांग लगाई, कारोबार करने के लिये आसानी।

इस बीच, प्रधान मंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 143 वीं जयंती पर देश की सबसे ऊंची मूर्तिएकता की प्रतिमादेश को समर्पित किया, और कुछ दिन पहले सुभाष चंद्र बोस और 75 वीं वर्षगांठ मनाई गई।

साथ ही राहुल गांधी और शशि थरूर ने अविश्वसनीय धर्म कार्ड खेलना जारी रखा।

राहुल गांधी ने जहॉ गुजरात और कर्नाटक चुनाव में कहा था कि उन्हें हिन्दुत्व की बेहतर समझ है बीजेपी और आरएसएस से वहीं थरूर ने दूसरी दिशा में धु्रवीकरण किया हिन्दू पाकिस्तान शब्दों का अविष्कार करने के बाद भाजपा को शिवलिंग पर बिच्छू करार देकर उसे चप्पल से हटाने हटाने की व्याख्या कर अच्छे हिन्दू बुरे हिन्दू पर अपनी टिप्पणी के साथ राष्ट्रवादी धर्मप्रिय भारतीयों को आक्रोशित किया है।

इसके अतिरिक्त और महत्वपूर्ण बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में अपनी सुनवाई मेें देरी कर दी है और आगे भी देरी होनी की संभावना है। इससे अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो यह चाहने वाले  भारतीयों को एकजूट करने का मौका प्रदान कर दिया है।

अब वे सरकार पर ही नहीं बल्कि विपक्ष पर भी जोर डाल रहे हैं कि अब विलंब कर कानून के माध्यम से या अन्य किसी माध्यम से राम मंदिर का निर्माण हो। अर्थात अब रामलला टाट के नीचे नहीं बल्कि ठाठ से विराजमान हों।

राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने सूचित किया है कि वह राम मंदिर बनाने के लिये संसद में एक निजी बिल लाएंगे।

राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, ‘यदि यह कहूं कि मैं राज्यसभा में राम मंदिर निर्माण के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाऊं तो उस पर कांग्रेस और वाम दलों का रुख क्या होगा? मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वे प्राइवेट मेंबर बिल का समर्थन करने जा रहे हैं?

मोहन भागवत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि या तो सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर की रोजाना सुनवाई करे और जल्द फैसला दे।  सुप्रीम कोर्ट यदि ऐसा नहीं कर सकता तो सरकार को कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करना चाहिए।Ó

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