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टी-20 से धोनी हुए ड्रॉप, सचिन ने सेलेक्शन को लेकर दिया बड़ा बयान

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में शामिल नहीं किया गया, जिसके बाद क्रिकेट जगत में एक नई बहस शुरू हो गई है. कई क्रिकेट जानकारों ने सेलेक्टर्स के फैसले को सही बताया है जबकि कुछ दिग्गजों का मानना है कि सेलेक्शन कमिटी को महेंद्र सिंह धोनी जैसे कद के खिलाड़ी को ड्रॉप नहीं करना चाहिए था, जिनका भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान है. धोनी के भारत की टी-20 टीम में नहीं चुने जाने पर उनके हमवतन और वर्ल्ड क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार रहे सचिन तेंदुलकर ने अपनी प्रतिक्रया दी है. सचिन तेंदुलकर ने कहा, कि ‘मुझे नहीं पता कि इसके पीछे सेलेक्टर्स की क्या मानसिकता है और ड्रेसिंग रूम में क्या माहौल है.’ उन्होंने कहा कि ‘जो फैसले लिए गए हैं, वो उनके बीच ही रहने चाहिए. मैं इस पर कोई सवाल नहीं उठा सकता.’ सचिन ने कहा, ‘लेकिन, धोनी हर फॉर्मेट में खतरनाक खिलाड़ी रहे हैं और वो जानते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए. सचिन ने कहा, ‘मैंने भी ऐसा पल देखा है और मुझे पता था कि मुझे क्या करना हैं और धोनी भी बहुत अच्छे से जानते हैं कि उन्हें क्या करना है.’ बता दें कि टी-20 में धोनी को नहीं चुने जाने को लेकर पहले यह भरोसा दिलाया गया कि धोनी को आराम दिया गया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह खुलासा हुआ है कि धोनी को ड्रॉप किया गया था.एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया था कि सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने इस पर कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा से भी काफी बात की जो सेलेक्शन मीटिंग में मौजूद थे. सूत्र ने कहा, ‘क्या आपको लगता है कि उनकी (कोहली और रोहित) रजामंदी के बिना सेलेक्टर्स यह फैसला ले सकते थे.’ बीसीसीआई के सूत्र ने कहा, ‘धोनी का अब टी-20 क्रिकेट में खेलना काफी मुश्किल है, लेकिन वह फिलहाल वनडे क्रिकेट में टीम का हिस्सा रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘यह तय है कि ऑस्ट्रेलिया में साल 2020 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में धोनी नहीं खेलेंगे जिसके बाद उन्हें टी-20 टीम में बनाए रखने का कोई कारण नजर नहीं आया.’सचिन के अलावा टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि ‘महेंद्र सिंह धोनी वनडे टीम का अहम और जरूरी हिस्सा हैं. उनके किसी सीरीज में नहीं चुने जाने पर जरूरत से ज्यादा कयास नहीं लगाए जाने चाहिए.’ कोहली ने कहा कि ‘मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि टीम सेलेक्शन से पहले सेलेक्टर्स और धोनी के बीच बात हुई थी. हालांकि, मैं उस बातचीत का हिस्सा नहीं था. धोनी चाहते थे कि टी-20 फॉर्मेट में ऋषभ पंत को ज्यादा मौके मिलने चाहिए.’ कोहली ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि इस मुद्दे को लेकर लोग जरूरत से ज्यादा ही चीजें सोच रहे हैं, धोनी वैसे भी हमारे लिए वनडे में रेगुलर खेलते ही हैं तो ये सिर्फ एक युवा खिलाड़ी की मदद के लिए किया गया फैसला है. बाकी जो लोग कह रहे हैं, ऐसी कोई बात है नहीं.’कोहली ने कहा, ‘इस बारे में सेलेक्टर्स खुद स्थिति साफ कर चुके हैं. हमें इसमें ज्यादा कयास नहीं लगाने चाहिए. धोनी भारत के लिए लगातार वनडे खेल रहे हैं और आगे भी खेलेंगे.’ धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था. इसके बाद से वनडे और टी-20 ही खेल रहे हैं.