मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह मसानी ने परिवार छोड़ दिया और कांग्रेस का हाथ थाम लिया. सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ उन्हें मध्यप्रदेश की वारासिवनी विधानसभा सीट से टिकट दे सकते हैं. मसानी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और राज्य के दूसरे वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए. मसानी ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश को शिवराज सिंह चौहान की जरूरत नहीं है, बल्कि कमलनाथ की है. हम जानते हैं कि छिंदवाड़ा का विकास कैसे हुआ और इसकी पहचान कमलनाथ के साथ जुड़ी है. राज्य की पहचान भी उनके साथ जोड़ने की जरूरत है.” कमलनाथ छिंदवाड़ा से लोकसभा के सदस्य हैं.
कांग्रेस पहुंचते ही संजय सिंह को वंशवाद की याद आई, बीजेपी पर उन्होंने नामदारों को काम देने का आरोप लगाया और कहा कि वहां कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है.’ उन्होंने कहा कि ‘मैं शिवराज के परिवार का नहीं उनका साला हूं. भाजपा में कार्यकर्ताओं की पूछपरख नहीं, यहां वंशवाद हावी है.’
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उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता अब शिवराज नहीं, कमलनाथ की ओर देख रही है. महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी संजय सिंह शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही सीमाई इलाके में काफी सक्रिय रहे हैं. वैसे ये वही संजय सिंह हैं जिनपर कांग्रेस ने कभी बलात्कार के आरोपी की मदद से लेकर फर्जीवाड़े के जरिये ज़मीन खरीदने को लेकर जांच की मांग की थी.
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