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Editorial :- राम मंदिर पर विधेयक आया तो क्या करेगी कांग्रेस?

November 6, 2018

दिपोत्सव में हिस्सा बनने हेतु सीएम योगी का संतों को आमंत्रण ही है संतों के आदेश की स्वीकृति

राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानेंगे: मनीष तिवारी

सरकार, संघ और भाजपा का एक बड़ा हिस्सा शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए बिल पेश करने के पक्षधर है. वहीं कांग्रेस ने अब इस पर अपना पक्ष साफ कर दिया है. रायपुर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया है कि कांग्रेस राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानेंगी।

राम जन्मभूमि में तीन दिनों का दीपोत्सव कार्यक्रम,3 लाख दिए जलाने का बनने जा रहा है रिकॉर्ड।

अयोध्या की रानी बनी दक्षिण कोरिया की महारानीज् कोरियाई रानी के स्मारक का उद्घाटन करेंगे योगी।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक भारत दौरे पर हैं। 6 नवंबर को अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जाएगा और उस कार्यक्रम में किम जुंग सुक मुख्य अतिथि होंगी।

>> उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संतों को अयोध्या में आमंत्रित किया है और उन्हें दीवाली उत्सव का हिस्सा बनने के लिए कहा है

>> उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संतों को अयोध्या में आमंत्रित किया है और उन्हें दीवाली उत्सव का हिस्सा बनने के लिए कहा है

मीडिया को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हिंदी में कहा: ‘मैंने संतों को दिवाली के लिए अयोध्या में आमंत्रित किया है। मैं सभी संतों से अनुरोध करता हूं दीपोत्सव में आने और उत्सव का हिस्सा बनने के लिए। बस यह सूचित करना चाहते हैं कि सभी काम समय पर शुरू हो जाएंगेÓ

कल ही धर्मादेश में जो प्रस्ताव पास कर जो आदेश दिया गया है कि चुनाव से पहले राम मंदिर बनाएं उसकी स्वीकृति उक्त वक्वव्य से स्पष्ट है, छिपा संदेश है।

इस सप्ताह की शुरुआत में राजस्थान के बीकानेर में एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था:

भगवान राम के नाम पर पूरे देश में दीपक को प्रकाश दें, ताकि ये भावनाएं सकारात्मक तरीके से प्रकट हों। क्योंकि राम का काम जल्द ही शुरू होगा। हमें दृढ़ संकल्प के साथ ऐसा करना है और यह दृढ़ संकल्प हमें इस कार्य को प्रगतिशील तरीके से करने में मदद करेगा। ऐसा करने के लिए, आखिरकार समय गया है। हमें आगे दिवाली से आगे ले जाना है

अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से दिल्ली में दो दिनों तक चले संतों के सम्मेलन में अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को लेकर सरकार से मांग की गई है.

अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से दिल्ली में दो दिनों तक चले संतों के सम्मेलन में अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को लेकर सरकार से मांग की गई है. समिति के अध्यक्ष जगदगुरु रामानांदाचार्य हंसदेवाचार्य ने इस बाबत धर्मादेश पढ़ कर केंद्र और यूपी की बीजेपी की सरकार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने को कहा. अखिल भारतीय संत समिति के कर्ताधर्ता और अध्यक्ष रामानंदाचार्य हंसदेवाचार्य ने सोमनाथ की तर्ज पर सरकार से राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने को कहा.

अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से दिल्ली में दो दिनों तक चले संतों के सम्मेलन में अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को लेकर सरकार से मांग की गई है.

अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से दिल्ली में दो दिनों तक चले संतों के सम्मेलन में अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को लेकर सरकार से मांग की गई है. समिति के अध्यक्ष जगदगुरु रामानांदाचार्य हंसदेवाचार्य ने इस बाबत धर्मादेश पढ़ कर केंद्र और यूपी की बीजेपी की सरकार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने को कहा. अखिल भारतीय संत समिति के कर्ताधर्ता और अध्यक्ष रामानंदाचार्य हंसदेवाचार्य ने सोमनाथ की तर्ज पर सरकार से राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने को कहा.

इससे स्पष्ट है कि लोकसभा के शीत कालिन सत्र में राम मंदिर बनेगा मुद्दा।

अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है. उसके बाद संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि शीतकालीन सत्र के दौरान इस मुद्दे पर हंगामा तय है. बीजेपी के सांसद राकेश सिन्हा की तरफ से इस मसले पर प्राइवेट मेंबर बिल लाने की बात भी कही गई है. ऐसे में संसद के भीतर तो यह मामला गरमाएगा ही. संसद के बाहर साधुसंतों की तरफ से भी इस मामले को गरमाने की तैयारी होगी. उधर, विश्व हिंदू परिषद के साथ संतों की उच्चाधिकार समिति की अक्टूबर में हुई बैठक में तय फॉर्मूले के तहत भी दिसंबर तक इस मसले पर देशभर में माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।

अंत मे मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि संतों की समिति, विश्वहिन्दू परिषद या अन्य कोई संगठन भले ही आक्रामक अंदाज में मंदिर निर्माण को लेकर माहौल बनाए लेकिन उनकी तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जायेगा, जिससे सरकार को किसी तरह की परेशानी होगी।

इस बात की झलक दो दिनों के संतों के सम्मेलन के बाद सीएम योगी ने जो कहा है उससे मिल गई है।