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प्रदेशाध्यक्ष चयन के पश्चात टिकट वितरण में भी एक बार फिर शाह पर भारी पड़ी वसुंधरा राजे

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भाजपा ने राजस्थान में अपने 162 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए है। इनमें से चार मंत्रियों सहित चालीस विधायकों के टिकट काटे गए है। जबकि 44 नए चेहरों को अवसर प्रदान किया गया है। भाजपा की सूची देखने से स्पष्ट है कि टिकट वितरण में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ही चली है। शुरुआत में तीखे तेवर दिखाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी आखिरकार मुख्यमंत्री की पसंद के उम्मीदवारों पर अपनी मुहर लगा दी।

हालांकि संघ की पसंद के करीब तीन दर्जन लोगों को अवसर प्रदान किया गया है, लेकिन उनमें से अधिकांश वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते है। सूची से स्पष्ट है कि वसुंधरा खेमे के किसी बड़े नेता का टिकट अभी तक नहीं कटा है। अलबत्ता उनके खास माने जाने वाले यूनुस खान के टिकट पर अवश्य तलवार लटक रही है। जिन लोगों के टिकट कटे है उनके प्रदर्शन से स्वयं वसुंधरा भी खुश नहीं थी।

 

पार्टी के एक बड़े नेता का कहना है कि राजस्थान में भाजपा के पास मुख्यमंत्री का कोई विकल्प नहीं है। हालांकि शुरुआत में यह माना जा रहा था कि टिकट वितरण में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बड़ी भूमिका रहेगी और आधे से ज्यादा विधायकों के टिकट कट सकते है। शुरुआत में अमित शाह ने तीखे तेवर भी दिखाए थे। वसुंधरा राजे की तरफ से तैयार 95 नाम की पहली सूची को उन्होंने खारिज कर पूरी प्रक्रिया को नए सिरे से करने के फरमान तक सुना दिया। इसके बाद पूरी कवायद नए सिरे से की गई, लेकिन आखिरकार शाह को भी वसुंधरा राजे के सामने एक बार फिर झुकना पड़ा। यही कारण रहा कि उन्होंने मजबूरी में ही सही वसुंधरा को एकदम फ्री हैंड प्रदान कर दिया।

इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के दौरान शाह पर वसुंधरा भारी पड़ी थी और उन्होंने आला कमान की पसंद गजेन्द्र सिंह के नाम को खारिज कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री की पसंद का व्यक्ति ही प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। हालांकि अमित शाह ने वी सतीश, चन्द्रशेखर, ओम माथुर, प्रकाश जावड़ेकर व गजेन्द्र सिंह के मार्फत वसुंधरा को घेरने का पूरा प्रयास किया, लेकिन वसुंधरा ने उनके प्रत्येक दांव पेंच का तोड़ निकाल लिया। उनके सामने शाह को झुकना पड़ा और वसुंधरा के पसंद के उम्मीदवार एक-एक कर लिस्ट में जुड़ते रहे। एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि शाह ने राजस्थान को पूरी तरह से वसुंधरा को सौंप दिया। अब जो भी नतीजे आएंगे उसके लिए उन्हें ही जिम्मेदार माना जाएगा।