म.प्र. चुनाव के लिए जो पीठासीन अधिकारी बनाए गए हैं। उनकी योग्यता और चुनाव के दौरान उनकी भूमिका से चुनाव शांति एवं निष्पक्ष पूर्ण हो पाएंगे, इसमें संदेह है।
चुनाव में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी के रूप में ड्यूटी में तैनात किया गया है। इसकी शिकायत पहले भी की गई थी, लेकिन इसमें कोई सुधार नहीं हुआ। जिसके कारण मतदान के दौरान काफी परेशानी का सामना चुनाव कार्य में लगे हुए कर्मचारियों को करना पड़ सकता है।
चतुर्थ श्रेणी के छठवीं और आठवीं पास कर्मचारी पीठासीन अधिकारी बना दिए गए हैं। इन्हें ठीक से लिखना भी नहीं आता है। यह अपने कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में सहायक के पद पर काम कर रहे थे। अब यह चुनाव में पीठासीन अधिकारी हैं। मतदान केंद्रों में इन्हीं की जिम्मेदारी होगी। सारी रिपोर्ट तैयार करने, जो कर्मचारी इनके अधिनस्थ होंगे, उन्हें निर्देश देने और मतदान की मशीनों को सही रखना, मतदाताओं से व्यवस्थित रूप से मतदान कराना, यह कैसे संभव हो सकेगा। इसको लेकर राजनीतिक दलों द्वारा भी चिंता प्रकट की जा रही है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
बंधक विकास एवं आवास विभाग के कमिश्नर का बड़ा एक्शन, 6 अधिकारियों को बंधक बना लिया गया
39वां दिन धार भोजशाला सर्वेक्षण: भोजशाला ब्यूरो एएसआई टीम, आज एचसी में पेश रिपोर्ट, सर्वेक्षण की समयावधि वृद्धि पर होगी सुनवाई
37वां दिन धार भोजशाला सर्वेक्षण: भोजशाला ब्यूरो एएसआई टीम, 29 अप्रैल को एचसी में पेश की जाएगी रिपोर्ट, सर्वेक्षण की अवधि बढ़ाने पर निर्णय