विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मजहब और जाति को लेकर कांग्रेस भ्रमित है. राहुल गांधी की छवि हिंदू बनाने की कोशिश चुनाव के लिए हो रही है. वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी सियासी फायदे के लिए हिंदू होने के दिखावे में बदलाव करते रहते हैं.
बता दें कि उदयपुर में शनिवार को ही राहुल ने भी मोदी पर बड़ा अटैक करते हुए कहा कि पीएम हिंदुत्व की बात करते हैं, लेकिन हिंदुत्व के बारे में नहीं जानते. साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी को जोड़-तोड़ का मास्टर बताया.
राहुल की इस टिप्पणी पर सुषमा स्वराज ने आगे कहा कि कांग्रेस को लगा कि केवल हिंदू कहने से नहीं होगा तो आस्थावान हिंदू बनाने की कोशिश हुई. इससे भी काम नहीं चला तो नाना की जाति ब्राह्मण बताई जाने लगी.
सुषमा के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि पीएम हिंदू होने का मतलब नहीं जानते. उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वे और कांग्रेस उनके धर्म और जाति को लेकर भ्रमित हैं. लंबे वक्त से पार्टी उन्हें धर्म निरपेक्ष नेता के तौर पर पेश कर रही है, लेकिन चुनाव आते ही उन्हें ये अहसास हुआ कि हिंदू बहुसंख्यक हैं, तो उन्होंने ये छवि बनाई.
विदेश मंत्री ने कहा कि बयान सामने आए है कि वे जनेऊधारी ब्राह्मण हैं. लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि जनेऊधारी ब्राह्मण के ज्ञान में इतनी वृद्धि हो गई कि हिंदू होने का मतलब अब हमें उनसे समझना पड़ेगा. भगवान न करें कि वह दिन कभी आए कि राहुल गांधी से हमें हिंदू होने का मतलब जानना पड़े. कांग्रेस दुविधापूर्ण स्थिति में है कि करें क्या. धर्म का परिवर्तन तो हो सकता है, लेकिन जाति परिवर्तन नहीं हो सकता.
चुनाव नहीं लड़ रहीं, लेकिन राजनीति में रहेंगी सक्रिय
विदेश मंत्री ने चुनाव न लड़ने के सवाल पर जवाब दिय कि मेरा स्वास्थ्य ठीक है, लेकिन डॉक्टर ने धूल से बचने के कहा है. इसलिए में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही. हालांकि उन्होंने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ रहीं, लेकिन राजनीति नहीं छोड़ रही हूं.
रविशंकर प्रसाद बोले-सियासी लिहाज से हिंदू हैं राहुल
वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी की समस्या ये है कि वे भ्रम में हैं. वे प्रतिबद्ध होने की बजाय अपने सियासी फायदे के लिए हिंदू होने के दिखावे में बदलाव करते रहते हैं. वे सियासी लिहाज से हिंदू हैं. उनके हिंदू आस्था सियायी फायदे के साथ बदलती रहती है.
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