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राजस्थान में बोले राहुल- पीएम मोदी ने युवाओं को धोखा दिया

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राजस्थान के रण में सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को राजस्थान चुनाव में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे. आज राजस्थान में उनका आखिरी दौरा है.

अलवर के मलखेड़ा में राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने राजस्थान के युवाओं को धोखा दिया है. पीएम बनने के बाद वे किसी और की चौकीदारी कर रहे हैं. राहुल ने कहा कि पीएम हर रैली में नारे लगवाते हैं भारत माता की जय. उन्हें कहना चाहिए ललित मोदी की जय, नीरव मोदी की जय और अनिल अंबानी की जय. राहुल ने कहा कि नोटीबंदी के कुछ ही दिनों के बाद 35 हजार करोड़ रुपये नीरव मोदी ले गया. विजय माल्या विदेश भागने से पहले अरुण जेटली से मिलकर गया. उसे जाने दिया जाएगा.

पहले नारा हुआ करता था कि अच्छे दिन आएंगे. अब ये नारा बदल गया है. इस पर राहुल ने कहा चौकीदार तो भीड़ ने कहा चोर है. राहुल ने ये कई बार किया. फिर कहा कि ये बदलाव कैसे हो गया.

राहुल ने राफेल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने एयरफोर्स का पैसा चोरी कर अनिल अंबानी की जेब में डाला है. बीमा के 45 हजार करोड़ रुपये में से 16 हजार करोड़ अमीरों को दे दिया गया है. ये बीमा योजना नहीं, अनिल अंबानी योजना है.

राहुल ने कहा कि राजस्थान में हर ब्लॉक में फूड प्रोसेसिंग का प्लांट लगाएंगे. राहुल ने कहा कि जहां आलू उगता है, वहां आलू के चिप्स की फैक्ट्री, जहां टमाटर उगाते हैं, वहां केचअप की फैक्ट्री और जहां प्याज उगाया जाता है, वहां प्याज प्रॉसेस करने की फैक्ट्री लगाएंगे.  जहां सोयाबीन होता है वहां सोयाबीन के तेल की फैक्ट्री लगाएंगे. हम पूरे राजस्थान में फूड प्रोसेसिंग का जाल बिछा देंगे.

राहुल गांधी अलवर के मलखेड़ा में 11.45 बजे, झुनझुनू के बुहाना में 1.15 और उदयपुर के सलुंबर में 3.45 बजे रैली को संबोधित करेंगे. राजस्थान में राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी पर हमला कर रहे हैं. सोमवार को भी उन्होंने कहा कि मोदी दो भारत बना रहे हैं -एक कॉर्पोरेट कंपनियों के लिए और दूसरा किसानों के लिए. गांधी ने ट्वीट में कहा था कि मोदी जी दो भारत का निर्माण कर रहे हैं. एक भारत में अनिल अंबानी हैं, जिसे मोदी जी राफेल सौदे के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये दे रहे हैं, जबकि उन्हें विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं है. वहीं, दूसरी तरफ किसानों को 750 किलोग्राम प्याज के लिए केवल 1,040 रुपये दिए जा रहे हैं, जो कि चार महीनों की कड़ी मेहनत से उपजाए गए हैं.