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दिल्ली में हवा की गुणवत्ता हो सकती है और ख़राब

आज और कल (बृहस्पतिवार) दिल्ली में हवा की गुणवत्ता मंगलवार से भी ज़्यादा ख़राब हो सकती है।  केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मंगलवार को समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 355 दर्ज किया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
भारत की राजधानी के सात इलाके — अशोक विहार, आनंद विहार, बुराड़ी, मुंडका, मथुरा रोड, पंजाबी बाग और वजीरपुर — में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ दर्ज किया गया।
सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली के 26 इलाके में वायु की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही जबकि चार इलाके में गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही।
भाषा की एक रिपोर्ट की अनुसार  201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच को ‘गंभीर’ के तौर पर निर्धारित किया गया है।
यह भी बताया गया है कि पीएम 2.5 (हवा में 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कणों की मात्रा) का स्तर 208 पर और पीएम 10 का स्तर 397 पर दर्ज किया गया।
सीपीसीबी डाटा के मुताबिक, गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर 404 दर्ज किया गया जबकि फरीदाबाद एवं नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ दर्ज की गयी। इसमें बताया गया है कि गुड़गांव में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ रही।
केन्द्र सरकार द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा, ‘‘आज रात से अगले दो दिनों तक एक्यूआई बढ़ने का अनुमान है। यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहेगा। यह मुख्य रूप से प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियों के साथ हवा की गति में कमी के कारण है। इसमें लंबी दूरी तक जाने वाली धूल या पराली का धुंआ नगण्य मात्रा में है।’’
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यबल ने दिल्ली-एनसीआर में उच्च प्रदूषण स्तर वाले 21 स्थानों को चिन्हित किया है। संबंधित नगर निगमों को प्रदूषण कम करने के लिए इसके हिसाब से कदम उठाने को कहा गया है ।