नई दिल्ली: COVID-19 महामारी के मद्देनजर चल रहे हरिद्वार ‘महाकुंभ मेले’ में भाग लेने के इच्छुक भक्तों को 72-घंटे की आरटी-पीसीआर नकारात्मक रिपोर्ट आने के समय दिखाना होगा। भारत सरकार (जीओआई) ने ‘कुंभ मेला’ के संबंध में विशेष परिचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का एक सेट जारी किया है। केंद्र ने 15 जनवरी से हरिद्वार में आयोजित होने वाले ‘महाकुंभ मेले’ की अवधि को कम करने पर जोर दिया है। गर्भवती महिलाओं और पुराने रोगों से पीड़ित लोग ‘मेला’ में भाग लेते हैं। राज्य सरकार इस संबंध में अन्य राज्यों के साथ समन्वय करेगी। केंद्र सरकार ने श्रद्धालुओं को COVID -19 का मुकाबला करने के लिए कम से कम छह फीट की सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा है। इसने अधिकारियों को COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले लोगों पर भारी जुर्माना लगाने का भी निर्देश दिया है। सभा स्थल पर पार्किंग सुविधाओं पर उपस्थित अधिकारी, निर्धारित सरकारी दरों पर आगंतुकों को फेस मास्क प्रदान करेंगे। केंद्र ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि भक्तों के पास उनके फोन में आरोग्य सेतु ऐप स्थापित हो। ‘महाकुंभ मेला’ पूरे भारत के चार नदी-तट तीर्थ स्थलों पर 12 वर्षों के चक्र में मनाया जाता है। 27 अप्रैल को मेगा धार्मिक कार्यक्रम का समापन होगा।
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